नकली गुटखा फैक्ट्री का उद्भेदन, आपके पॉकेट में पड़ा पाउच भी कहीं इसी का प्रोडक्ट तो नहीं
Fake gutkha factory बारमतपुर गांव में छह साल से चलाई जा रही थी फैक्ट्री। संचालक सहित आधा दर्जन हिरासत मेंचल रही पूछताछ।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सदर थाना के बारमतपुर गांव में मंगलवार को पुलिस ने छापेमारी कर नकली गुटखा फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। यह गुटखा मनोज पोद्दार व उसका बेटा राजा मिलकर चलाता था। इसके लिए उसने किराए का मकान लिया था। पुलिस ने फैक्ट्री संचालक सहित आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस संचालक की बेटी व मकान मालिक से भी पूछ्रताछ कर रही है। उसकी बेटी ने पुलिस को बताया कि वह ससुराल से अपने पिता से मिलने आई थी। फैक्ट्री संचालक का पुत्र राजा फरार हो गया।
एक कंपनी की ओर से दी गई थी सूचना
पुलिस ने गुटखा, बूटी तैयार करने वाली आधा दर्जन मशीनें, विभिन्न कंपनियों कई बंडल रैपर,गुड़, भांग सहित अन्य मादक सामाग्री को जब्त किया है। नकली फैक्ट्री के संबंध में एक बूटी बनाने वाली कंपनी के उत्तर बिहार वितरक भूषण सिंह ने सदर थानाध्यक्ष को सूचना दी थी। सूचना के बाद थानाध्यक्ष संजीव सिंह निराला ने छापेमारी टीम गठित की। टीम ने मकान की नाकेबंदी कर हर कमरे की तलाशी ली। अलग-अलग कमरे में कई मशीन लगाए गए थे।
2014 में जर्दा फैक्ट्री बनाने के लिए लिया था मकान
फैक्ट्री वाली मशीन पारू थाना के उस्ती गांव के सेवानिवृत कैप्टन चंद्रदेव प्रसाद सिंह की है। 2014 में उनसे मनोज पोद्दार जर्दा फैक्ट्री के लिए किराए पर लिया था। फैक्ट्री में निॢमत नकली गुटखा व बूटी को राज्य के कई जिलों, दिल्ली व कानपुर सप्लाई किया जाता था। पटना से रैपर खरीदता व खेतों से भांग जमा करता था। सदर थानाध्यक्ष संजीव सिंह निराला ने बताया कि मकान मालिक, मजदूर सहित आधा दर्जन लोगों से पूछताछ की जा रही है। कंपनी की ओर से शिकायत दर्ज कराने की कवायद की जा रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिले में यह कोई पहली घटना नहीं है। लेकिन, सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है।