सीतामढ़ी में बजरंग दल के कार्यकर्ता राकेश झा हत्याकांड में अनुसंधानकर्ता निलंबित
Sitamarhi Crime मृतक राकेश झा के भाई राजू झा ने डीजीपी हत्याकांड में एक आरोपित को बचाने की शिकायत की केस से नाम हटाने का लगाया आरोप चार मार्च की सरेशाम बैरगनिया में राकेश झा को अपराधियों ने भून डाला।
सीतामढ़ी, जासं। बैरगनिया में चार मार्च को बजरंग दल के जिला मंत्री राकेश झा की हत्या के मामले में केस के अनुसंधानकर्ता पुअनि धर्मेंद्र सिंंह को निलंबित कर दिया गया है। अनुसंधान में लापरवाही व मनमानी के आरोप में उनपर निलंबन की कार्रवाई की बात कही जार ही है। इस बीच मृतक राकेश झा के भाई राजू झा ने हत्याकांड के आरोपितों में से एक का नाम राजनीतिक दबाव में हटाने की शिकायत डीजीपी एसके ङ्क्षसघल से की है। कहा है कि पूर्वी चम्पारण के भाजपा के एक विधायक का रिश्तेदार इस हत्याकांड में शामिल रहा है, जिसका नाक अपनी पहुंच व पैरवी के साथ पैसे के बल पर इस केस से हटाने की कोशिश की जा रही है।
राजू झा का आरोप है कि उस आरोपित का नाम केस डायरी से नहीं हटाने के कारण ही अनुसंधानकर्ता को निलंबित होना पड़ा है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि नवपदस्थापित एसपी हरकिशोर राय के नेतृत्व में इस हत्याकांड में सही जांव व कार्रवाई चल रही थी। डीजीपी को लिखे पत्र में राजू झा ने कहा है कि राजू झा की हत्या चार मार्च को सरेशाम बैरगनिया में की गई थी। इस हत्याकांड के बाद बैरगनिया में जबरदस्त आंदोलन हुआ था। धरना-प्रदर्शन के साथ लोगों ने बैरगनिया शहर को बंद कराया था। भारी जनाक्रोश के मद्देनजर सीतामढ़ी जिले के एनडीए के सभी विधायकों के साथ विधान पार्षद एवं सदन में जदयू के उप नेता देवेश चंद्र ठाकुर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचा।
विधानसभा के नए भवन के कक्ष में उनसे मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने तत्काल डीजीपी को अभियुक्तों पर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया था। जिसपर सही तरीके से नवपदस्थापित एसपी हरकिशोर राय के नेतृत्व में कार्रवाई चल रही थी। इसी बीच नामजद आरोपित मनोज कुमार गुप्ता, जिसके विरूद्ध साक्ष्य भी उपलब्ध है, उसका नाम केस से हटाने की कोशिश की जा रही है।