टेरर फंडिंग व हवाला कारोबारियों के संबंधों की जांच में आई तेजी
एटीएस आइजी ने एसएसपी से बीते पांच साल के दर्ज मामले की मांगी रिपोर्ट। नेपाल सीमा के निकट होने के कारण जिले को माना जा रहा संवेदनशील।
मुुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुजफ्फरपुर समेत पूरे उत्तर बिहार में हवाला कारोबार के लिए आतंकियों के टेरर फंडिंग पर रोक के लिए एटीएस गंभीर है। टेरर फंडिंग व हवाला कारोबारियों के बीच संबंधों का सूत्र तलाशा जा रहा है। इस संबंध में एटीएस के आइजी ने उत्तर बिहार के सभी जिले से रिपोर्ट तलब की है। इस आलोक में एसएसपी मनोज कुमार ने सभी थानाध्यक्षों से अपने-अपने थाना में दर्ज बीते पांच वर्ष के केस की अद्यतन स्थिति के संबंध में एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण संवेदनशील
नेपाल सीमा नजदीक होने के कारण एटीएस की नजर उत्तर बिहार के सभी जिलों पर है। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण इस इलाके में भी आतंकी संगठन की घुसपैठ की आशंका बनी रहती है। साथ ही नेपाल के रास्ते मनी लॉन्ड्रिंग से भी टेरर फंड जुटाया जा सकता है। उत्तर बिहार में आतंकी संगठनों की सक्रियता को लेकर खुफिया विभाग की ओर से कई बार अलर्ट भी जारी हो चुका है।
लोस चुनाव के दौरान जब्त किए गए थे डेढ़ करोड़ रुपये
लोकसभा चुनाव के दौरान वाहन जांच में मुजफ्फरपुर के तुर्की और चांदनी चौक पर छापेमारी में विशेष टीम डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक जब्त की थी। बताया गया कि रुपये हवाला के माध्यम से नेपाल की सीमा पर पहुंचाने के लिए ले जाए जा रहे थे। इस मामले की जांच आयकर व प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है।
गरीब नाथ मंदिर उड़ाने की मिल चुकी धमकी
कुछ साल पहले पाक आतंकी संगठन के नाम पर बाबा गरीबनाथ मंदिर को उड़ाने की धमकी तत्कालीन एसएसपी रंजीत कुमार मिश्रा को मोबाइल पर मैसेज भेजकर दी गई थी। इसको लेकर नगर थाने में कांड दर्ज कराया गया था। मुख्य आरोपी का सुराग नगर थाना की पुलिस अब तक नहीं लगा सकी है। इस मामले में मुख्य आरोपी के रूप में हाजीपुर महनार इलाके के एक व्यक्ति को चिह्नित किया गया था। उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई लंबित है।
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