दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, प्रत्येक पंचायत में खुलेंगे प्लस टू स्कूल
प्रधान सचिव ने प्लस टू स्कूलविहिन पंचायत को चिह्नित करने के डीईओ को दिए निर्देश।
मुजफ्फरपुर (जेएनएन)। दसवीं परीक्षा पास करने के बाद अब छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। प्रत्येक पंचायत में प्लस टू स्कूल खुलेंगे, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो। जिला शिक्षा अधिकारी को पंचायत व स्कूल चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने इसके लिए डीईओ को गाइडलाइन जारी की है।
बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई छोड़ देते है
दसवीं बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई छोड़ देते हैं। परीक्षा पास करने वाले सभी छात्र प्लस टू में दाखिला नहीं लेते हैं। ग्रामीण क्षेत्र के गरीब बच्चे आगे की पढ़ाई इसलिए नहीं कर पाते कि वहां संस्थान नहीं होते हैं। सरकार ने प्रत्येक पंचायत में प्लस टू स्कूल खोलने का फैसला लिया है। इससे गरीब परिवार के बच्चों में आगे की पढ़ाई के लिए उम्मीद जगी है। डीईओ को गैर प्लस टू स्कूल वाली पंचायत को चिह्नित कर सूची तैयार करने को कहा गया है। साथ ही वैसी पंचायत जहां माध्यमिक स्कूल हैं उनकी सूची विभाग ने मांगी है। दूसरी ओर पंचायत में हाईस्कूल भी खोला जाएगा। 0.75 एकड़ भूमि वाले मध्य विद्यालय को उत्क्रमित किया जाएगा। वहीं प्लस टू स्कूल के लिए जमीन खोजने को कहा गया है। जमीन मिलने के बाद उसकी राज्यपाल के नाम से रजिस्ट्री कराई जाए।
लीज पर ली जाएगी जमीन
प्लस टू स्कूल के लिए जमीन नहीं मिलने की स्थिति में लीज पर इसे लिया जाएगा। दानदाता नहीं मिलने की स्थिति में स्थल चिह्नित करने को कहा गया है। शाश्वत पट्टा पर जमीन ली जाएगी। अगर कोई स्कूल के लिए जमीन देता है तो दानदाता के नाम पर स्कूल का नामकरण होगा।