प्रेम प्रसंग के विरोध पर छात्रा ने की थी खुदकशी, पढ़ाई नहीं छोडऩे पर हत्या में आया नया मोड़
जांच के लिए गांव में पहुंचे डीएसपी पश्चिमी। पूछताछ में प्रेम प्रसंग की बात। संदेह के घेरे में छात्रा का भाई। आपसी विवाद में पड़ोसियों को फंसाने की बात।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। विरोध के बाद भी मैट्रिक कर इंटर की शिक्षा ग्रहण कर रही कथैया की छात्रा आशा कुमारी की हत्या में नया मोड़ सामने आया है। परिजन हत्या की जो कहानी बता रहे, वह पुलिस को पच नहीं रही। ग्रामीणों के बयान और जांच के बाद पुलिस इसे प्रेम प्रसंग में खुदकशी मान रही। इस मामले में छात्रा का भाई और उसका परिवार संदेह के घेरे में है। सभी घर छोड़कर फरार हैं। दूसरी ओर, इस मामले में पकड़े गए तीन आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में खुद को बेकसूर बताया। जोनल आइजी नैयर हसनैन खान ने कहा कि घटना को गंभीरता से लिया गया है।
शीघ्र पर्यवेक्षण रिपोर्ट जारी करने को कहा है। एसएसपी के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच की जा रही। साक्ष्य के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो कि कथैया थाना क्षेत्र के सनपुरा गांव में मैट्रिक के बाद पढ़ाई नहीं छोडऩे पर इंटर की छात्रा आशा कुमारी की हत्या की बात 31 मार्च को सामने आई थी। इस संबंध में छात्रा के भाई बबन राय ने पड़ोसियों नंदकिशोर राय, शांतिलाल राय व उनके पुत्र राजन, मुंशी राय, पप्पू कुमार, सोनू कुमार, अवधेश राय और बाबूलाल राय के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। पुलिस तीन आरोपितों नंदकिशोर राय, शांतिलाल राय और मुंशी राय को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
पूछताछ में तीनों ने अपने को बेकसूर बताया। छात्रा की हत्या की बात सामने आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। जांच के लिए एसएसपी के निर्देश पर मंगलवार को डीएसपी पश्चिमी कृष्ण मुरारी प्रसाद गांव में पहुंचे। उन्होंने जांच के साथ ग्रामीणों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि छात्रा के भाई का बयान निराधार प्रतीत हो रहा।
जांच में यह बात सामने आई है कि खुदकशी के बाद छात्रा के भाई ने रंजिश के तहत पड़ोसियों पर हत्या का आरोप लगाया। छात्रा का पड़ोस के ही एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। यह छात्रा के भाई को नागवार लग रहा था। उसने इसका विरोध किया और डांट लगाई। इस कारण 29 मार्च की रात में छात्रा ने खुदकशी कर ली।
साक्ष्य मिटाने के लिए आनन-फानन में जलाया शव
इसके बाद भाई ने साक्ष्य मिटाने के लिए कुछ लोगों के साथ मिलकर आनन-फानन में शव जला दिया। फिर बनावटी कहानी बनाकर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई। पूछताछ में ग्रामीणों ने खुदकशी का मामला बताया।
एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला खुदकशी का सामने आया है। प्रेम प्रसंग का विरोध करने पर छात्रा ने यह कदम उठाया।
घटना 29 मार्च की है, लेकिन प्राथमिकी 31 मार्च को दर्ज कराई गई। पुलिस को बिना सूचना दिए शव जला दिया गया। इसके दोषियों पर कार्रवाई की जा रही। कॉलेज छोड़ऩे की धमकी या छोड़वाने की बात गलत है। सभी गवाहों के बयान की वीडियोग्राफी कराई गई है।
कोचिंग के शिक्षक ने धमकी देने की बात से किया इन्कार
कोचिंग के शिक्षक राजकुमार ने धमकी देने की बात से इन्कार किया। पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि आशा का नामांकन भी नहीं हुआ था। वह डेमो क्लास में आ रही थी। किसी ने हमें उसे पढ़ाने से मना नहीं किया और न ही किसी तरह की धमकी दी।