मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति,जनजाति उद्यमी योजना के तहत मिलेगा ब्याज मुक्त ऋण, इतने किश्तों में अदा कर सकते हैं राशि
मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति-जनजाति उद्यमी योजना के तहत बेरोजगारों को आत्म निर्भर बनाने व रोजगार के अवसर मुहैया करने की प्रशासनिक पहल शुरू हो गई है।
मुजफ्फरपुर। मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति-जनजाति उद्यमी योजना के तहत बेरोजगारों को आत्म निर्भर बनाने व रोजगार के अवसर मुहैया करने की प्रशासनिक पहल शुरू हो गई है। इसके तहत अब तक 23 अनुसूचित जाति व 5 अनुसूचित जनजाति समेत कुल 28 लाभुकों का चयन कर उन्हें प्रथम किश्त की राशि उपलब्ध करा दी गई है।
10-10 लाख रुपये देने का लक्ष्य
जबकि इस योजना के तहत जिले में मार्च 2019 तक 140 लोगों को व्यवसाय या सूक्ष्म उद्योग लगाने के लिए 10-10 लाख रुपये देने का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें ऋण की राशि 5 लाख रुपये होगी। जबकि 5 लाख रुपये बतौर अनुदान दिया जाना है। ऋण की राशि अलग-अलग 84 किश्तों में अदा करना है। इस योजना के तहत 140 लोगों को ऋण प्रदान कर 700 लोगों के लिए रोजगार का अवसर पैदा करना है।
ऋण प्रदान कर स्थापित कराया जाएगा व्यवसाय या सूक्ष्म उद्योग
योजना के शत प्रतिशत कार्यान्वयन को लेकर सीतामढ़ी जिले के डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को निर्देश जारी किया है। डीएम ने महाप्रबंधक से इस महत्वपूर्ण योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने का आदेश दिया है। डीएम ने कहा है कि इस योजना के तहत अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के गरीब युवाओं को ऋण प्रदान कर व्यवसाय या सूक्ष्म उद्योग स्थापित कराया जाएगा। वहीं मार्च 2019 तक लगभग 700 लोगों को इसके माध्यम से प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। बताते चले कि जिले का लक्ष्य मार्च 2019 तक कुल 140 बेरोजगारों को ऋण मुहैया कराने का है। इनमें अनुसूचित जाति के 115 व अनुसूचित जनजाति के 25 युवा शामिल है। एक यूनिट से कम से कम पांच लोगों को रोजगार प्राप्त होग। ऐसे में कम से कम 700 लोगों को रोजगार मिलेगा। डीएम ने युवाओं से ऑनलाइन आवेदन करने व जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक से संपर्क करने की बात कही है। इसकी जानकारी डीपीआरओ परिमल कुमार ने दी है।