India-Nepal Border Open: दस माह बाद खुली भारत-नेपाल सीमा, सिकटा व इनरवा बॉर्डर से आवाजाही चालू
India-Nepal Border Open घोषणा के चौथे दिन सोमवार को सिर्फ दो जगहों से नेपाल की ओर से सीमा खोली गई। सिर्फ छोटे वाहनों के आने-जाने की दी गई अनुमति बड़े वाहनों पर रोक। मधुबनी रक्सौल व सीतामढ़़ी से लगती सीमा से नेपाल जाने पर अब भी रोक।

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। घोषणा के चौथे दिन सोमवार को सिर्फ दो जगहों से नेपाल की ओर से सीमा खोली गई। अन्य जगहों पर पहले जैसी स्थिति है। आवाजाही पर रोक है। कोरोना के चलते नेपाल सरकार ने बीते वर्ष 21 मार्च को अपनी सीमाएं बंद कर दी थीं। बीते शुक्रवार को नेपाल गृह मंत्रालय ने भारत से जुड़ीं दो दर्जन सीमाओं को खोलने का निर्देश दिया था। आदेश के चौथे दिन सोमवार को दोपहर से पश्चिम चंपारण के सिकटा व इनरवा बॉर्डर पर आवाजाही चालू कर दी गई। इसमें भी छोटे वाहनों के आने-जाने की अनुमति दी गई है। बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक है। पैदल आवाजाही भी शुरू हो गई है।
10 माह बाद बॉर्डर खुलने से लोगों में प्रसन्नता है। दूसरी ओर, जिले के सिकटा-भिस्वा बॉर्डर को अभी नेपाल की ओर से बंद रखा गया है। वाल्मीकिनगर स्थित नेपाल बॉर्डर भी सील है। बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवान आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। व्यापारियों में बॉर्डर नहीं खुलने से नाराजगी है। एसएसबी 47वीं बटालियन के इनरवा में तैनात इंस्पेक्टर अविनाश कुमार ने बताया कि छोटे वाहनों को आने-जाने की अनुमति दी गई है।
मधुबनी के जयनगर, महिनाथपुर, बासोपट्टी, लौकहा, लदनियां, हरलाखी, मधवापुर में चेक पोस्ट पर पहले की तरह ही सख्ती है। वाहनों व लोगों के आवागमन पर रोक है। रक्सौल में भी स्थिति यथावत है। बॉर्डर नहीं खुलने से सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में असंतोष बढ़ रहा है। जबकि भारत की ओर से सीमा खोल देने के कारण नेपाली वाहन बेरोकटोक भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। नेपाल पुलिस के इस रवैये से सीमावर्ती पर्सा और बारा जिले के लोगों में आक्रोश है। इधर, रक्सौल अनुमंडल के लोग नेपाली वाहनों पर रोक लगाने के लिए आंदोलन की तैयारी में हैं। पर्सा जिला वीरगंज प्रशासन ने बताया कि बार्डर खोलने का अधिकृत पत्र नहीं आया है।
सीतामढ़ी के भिट्ठामोड़ व बैरगनिया बॉर्डर नहीं खुले हैं। आदेश का इंतजार है। बॉर्डर खुलने की सूचना पर लोग आवाजाही के लिए जरूर पहुंच रहे हैं, लेकिन एसएसबी के जवान लौटा दे रहे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।