ठंड के दस्तक देते ही सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की बढ़ी संख्या, अस्पतालों का है यह हाल
सदर अस्पताल में सर्दी-खांसी और बुखार के पीड़ितों की संख्या बढ़ी है। मंगलवार को अस्पताल खुला तो मरीजों की भीड़ भी पहुंची। दिन भर में 600 से अधिक मरीज ओपीडी पहुंचे। जबकि लगभग दो सौ से अधिक पुराने मरीजों ने पुराने पर्चों पर ही दवा ली।
समस्तीपुर, जेएनएन। सर्द मौसम ने दस्तक दे दी है। इसका असर सेहत पर भी पड़ने लगा है। मौसमी बीमारियों की वजह से मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। सदर अस्पताल में सर्दी-खांसी और बुखार के पीड़ितों की संख्या बढ़ी है। मंगलवार को अस्पताल खुला तो मरीजों की भीड़ भी पहुंची। दिन भर में 600 से अधिक मरीज ओपीडी पहुंचे। जबकि, लगभग दो सौ से अधिक पुराने मरीजों ने पुराने पर्चों पर ही दवा ली। अभी फिलहाल धूप निकलने से दिनभर मौसम गर्म रहता है। हालांकि, शाम होते ही ठंड बढ़ने लगती है। ठंड बढ़ते ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप शुरू हो जाता है। इन दिनों बुखार, सर्दी-जुकाम, खांसी के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। डाक्टरों के अनुसार कोरोना संक्रमण ठंड में तेजी से फैलता है। इस सीजन में लापरवाही बरती गई तो यह घातक भी हो सकता है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही ने बताया कि ठंड के मौसम में सर्दी, जुकाम व बुखार का होना आम बात है, लेकिन कोरोना के इस काल में यह काफी अधिक खतरनाक हो सकता है। उनका कहना है कि वायरल फीवर होते ही उसकी जांच कराना जरूरी है।
गर्म कपड़ों के लिए बाजार में उमड़ने लगे खरीदार
शाम ढ़लते ही सर्द मौसम का एहसास होते ही गर्म कपड़ों के बाजार में गर्माहट आने लगी है। ठंड होने से बाजार एवं विभिन्न मॉलों में खरीदारों की चहल-पहल बढ़ गई है। शहर के छोटे दुकानों पर भी लोग गर्म कपड़ों को खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं। शहर के ताजपुर रोड स्थित आराध्या मार्ट की संचालक मधु कुमारी ने बताया कि कंबल व शॉल की कई तरह की वेरायटी उपलब्ध है। पांच सौ रुपये से लेकर पांच हजार तक का नए-नए डिजाइन का कंबल उपलब्ध है। सर्दियों के लिए गर्म टी-शर्ट, स्वेटर, स्टाल जैसे गर्म कपड़ों से बाजार पट गया है। खासकर मॉलों में फैंसी गर्म कपड़े का पूरा रेंज उपलब्ध है। बाजारों में इन उत्पादों की कीमत 50 रुपये से शुरू होकर दो हजार रुपये तक है और ये उत्पाद हर आयु-वर्ग के लोगों के लिए हैं। युवाओं की पसंद के लिए स्टाइलिश जैकेट, स्वेटर, टोपियां, स्कार्फ और दस्ताने बाजार में उपलब्ध हैं।