बालिका गृह में लड़कियों की हत्या के दावे की जांच में सीबीआइ की बढ़ी सक्रियता Muzaffarpur News
बालिका गृह में लाई गईं सभी लड़कियों की जांच कर रही सीबीआइ की टीम। सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंपने को लेकर सीबीआइ ने बढ़ाई सक्रियता।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह की लड़कियों की हत्या के दावे की जांच को लेकर सीबीआइ की सक्रियता बढ़ी है। समाज कल्याण विभाग, एसकेएमसीएच और नगर थाने की फाइलों को खंगालने के बाद अब उसकी नजर यहां लाई गईं सभी लड़कियों पर है। बालिका गृह में दो-चार दिनों तक रहीं लड़कियों की भी जानकारी ली जा रही। उनसे संपर्क कर सीबीआइ सच्चाई का पता लगा रही। हालांकि, लड़कियों की हत्या को लेकर अब तक कोई ठोस साक्ष्य मिला या नहीं, यह पता नहीं चला है।
नौ माह से सबूत जुटाने का प्रयास कर रही सीबीआइ
सबूत जुटाने को लेकर सीबीआइ पिछले नौ माह से सिकंदरपुर श्मशान घाट, बूढ़ी गंडक नदी, बाल संरक्षण इकाई व एसकेएमसीएच तक की दौड़ लगाती रही। इन सबूतों को उसे सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश करना है। सीबीआइ जांच से पहले पिछले साल 23 जुलाई को बालिका गृह परिसर की खोदाई कराई थी। यहां भी कोई साक्ष्य नहीं मिला। बाद में सीबीआइ के समक्ष ब्रजेश ठाकुर के नौकरों ने भी लड़कियों की हत्या कर सिकंदरपुर श्मशान घाट परिसर में दफनाने का दावा किया गया। इसे लेकर पिछले साल तीन अक्टूबर को सीबीआइ ने सिकंदरपुर श्मशान घाट परिसर के चिह्नित स्थान की खोदाई कराई। यहां से मानव कंकाल मिला था। इसकी एफएसएल जांच के लिए भेजा गया। ब्रजेश के नौकरों ने कुछ लड़कियों की लाश को बूढ़ी गंडक नदी में फेंकने का दावा किया था। सीबीआइ बूढ़ी गंडक नदी में अखाड़ाघाट से लेकर कई किलोमीटर तक जांच की थी। हालांकि, उसे यहां भी लाश नहीं मिली।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप