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आयकर विभाग की टीम ने जिलों में किया सर्वे, मछली व्यवसायी को दिया सम्मन

आयकर की टीम ने खंगाला व्यवसाय का हिसाब। आयकर विभाग की टीम चार जिलों में सर्वे अभियान में जुटी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 11:54 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 09:30 AM (IST)
आयकर विभाग की टीम ने जिलों में किया सर्वे, मछली व्यवसायी को दिया सम्मन
आयकर विभाग की टीम ने जिलों में किया सर्वे, मछली व्यवसायी को दिया सम्मन

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नोट बंदी के दौरान खाते में लाखों की राशि रखने वाले का खाता खंगालने में आयकर विभाग की टीम जुट गयी है। मंगलवार को बाजार समिति में मछली कारोबारी अजय कुमार सिंह के यहां नोटबंदी के दौरान जमा की गई करीब डेढ़ करोड़ की राशि का हिसाब को लेकर सर्वे पूरा हुआ। जांच टीम ने दो दिन की मोहलत दी है। दो दिन के अंदर वह यदि हिसाब नहीं बता पाए तो उनके खिलाफ विभागीय दंड संबंधी कार्रवाई शुरू हो जायेगी।

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 जानकारों की माने तो दो दिन के विभागीय सर्वे में व्यवसायी ने खाते में जमा राशि का हिसाब नहीं दिखा पाये है। जांच टीम को उम्मीद है कि कारोबारी शायद ही सही हिसाब बता पाए लेकिन नियम के हिसाब से समय दिया गया है। इसके साथ ही आज चार अलग-अलग जगहों पर नोटबंदी के दौरान बड़ी संख्या में राशि जमा करने वाले कारोबारिायें के यहां सर्वे शुरू हुआ।

इन जगहों पर शुरू हुआ सर्वे

दलसिंहसराय में गुलाब रब्बानी ने नोट बंदी के दौरान तीन करोड़ खाते में जमा किया वहां पर आयकर अधिकारी रामचन्द्र राम, बिहार सिगरेट एजेंसी सलेमपुर छपरा के संचालक रामएकबाल सिंह ने सात करोड़ की राशि जमा की है वहांं आयकर अधिकारी धु्रव, कोट बाजार सीतामढ़ी में राधेश्याम मिश्रा ने पांच करोड़ की राशि जमा की है वहीं पुनौरा धाम के पूनम हिसारिया के 11 करोड़ की राशि जमा की है दोनों जगह पर आयकर अधिकारी संदीप डे, बाजार समिति दरभंगा के विनय कृष्ण महतो ने तीन करोड़ 40 लाख की राशि जमा की है। यहां पर आयकर अधिकारी अरुण कश्यप की देखरेख में सर्वे चल रहा है।

नगद कारोबार करने का मामला

विभागीय जानकारी के अनुसार मछली का थोक कारोबार करने वाले कृष्णा ट्रेडिंग सेंटर के मालिक अजय कुमार सिंह की ओर से डेढ़ करोड़ रुपये का कैश में कारोबार करने का मामला सामने आया है। व्यवसायी अपना सालाना टर्न ओवर 38 लाख रुपये ही दिखा पा रहे है। सर्वे के दौरान कई गड़बडिय़ां सामने आयीं। नवंबर 2016 में नोटबंदी के दौरान उक्त कारोबारी ने डेढ़ करोड़ रुपये का कैश लेनदेन व एक्सचेंज किया था। मछली कारोबारी ने आयकर विभाग की टीम को डेढ़ करोड़ के कैश लेनदेन का कोई रिकार्ड नहीं दिया।

 आयकर विभाग मुजफ्फरपुर प्रक्षेत्र के संयुक्त आयकर आयुक्त प्रणव कोले ने बताया कि कारोबारी अजय कुमार सिंह ने नोटबंदी के दौरान अपने बैंक खाते में करीब डेढ़ करोड़ रुपये कैश जमा किया है। इसका उसके पास कोई लेखा-जोखा नहीं दिख रहा है। उसने तमाम ट्रांजेक्शन नगद में ही किया है। नगद में उसने जो भी धंधा किया है उसकी जांच की गई है। दो दिन का समय दिया गया है। सम्मन भेजा गया है। अगर कारोबारी ने हिसाब नहीं दिया तो आगे की विधि सम्मत कार्रवाई होगी।

मुजफ्फरपुर प्रधान आयकर आयुक्त ने कहा

नोट बंदी के दौरान बड़ी धन राशि जमा करने वालों की कुंडली खंगाली जा रही है। आयकर की गड़बड़ी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी। टीम मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर में सर्वे कर रही है। आयकर में गड़बड़ी मिलने पर दंडात्मक कार्रवाई होगी। 

-डीएस बेनुपानी 


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