अलविदा-2021: गुजर रहे साल में मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण और समस्तीपुर में तमाम लोगों को 'पी' गई जहरीली शराब
बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद उत्तर बिहार के कुछ जगहों पर शराब बेचने और पीने वाले काफी सक्रिय रहे। जहरीली शराब की वजह से तमात लोगों को जान गंवानी पड़ी। जबकि कुछ लोगों की आंखों की रोशनी चली गई।
मुजफ्फरपुर, जासं। गुजर साल में उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और पश्चिम चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौत की कई बड़ी घटनाएं हुई। फरवरी में मुज़फ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र के माधोपुर सुस्ता विशुनपुर गिद्धा इलाके में जहरीली शराब से चार लोगों की मौत हो गई थी। जहरीली शराब से मौत की घटना के बाद 27 फरवरी को माधोपुर विशुनपुर गिद्धा इलाके में मिलावटी शराब बनाने व स्टाक की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की थी। मुजफ्फरपुर में कुछ ही अंतराल में तीन जगह घटनाएं हुईं। सरैया प्रखंड के रुपौली, सिउरीयेमा व विश्वंबरपुर में 28 से 30 अक्टूबर के बीच कथित रूप से जहरीली शराब से सात लोगों की मौत हो गई थी।
पश्चिम चंपारण जिले में 17 लोगाें की गई जान
चार नवंबर दीपावली के दिन नौतन प्रखंड के दक्षिणी तेल्हुआ गांव में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हुई थी। मामले में डीआईजी की अनुसंशा पर पुलिस कप्तान उपेंद्रनाथ वर्मा ने नौतन थानाध्यक्ष मनीष कुमार शर्मा सहित कई चौकीदार को सस्पेंड भी किया था। शराब कांड के कारण विगत एक सप्ताह तक नौतन के दक्षिणी तेल्हुआ में मौत से चित्कार मची रही थी। कई ने अपनी आंखों की रोशनी गवां दी थी।
समस्तीपुर जिले मच गया था कोहराम
छह नवंबर को शाहपुर पटोरी थाना क्षेत्र के संग्रामपुर गांव में जहरीली शराब के सेवन के चार लोगों की मौत हो गई। वहीं पांच अन्य व्यक्त गंभीर रूप से बीमार हो गए। बाद में इलाज के दौरान चार व्यक्ति की मौत हो गई। मृतकों में थल सेना के जवान 27 वर्षीय मोहन कुमार और बीएसएफ के जवान 53 वर्षीय विनय कुमार सिंह भी शामिल थे।
सात दिसंबर को हथौड़ी थाना क्षेत्र के बल्लीपुर गांव में जहरीली शराब के सेवन से चार युवकों की मौत हो गई थी। शाहरपुर पटोरी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार और हथौड़ी थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। लापरवाही बरतने वाले 17 चौकीदारों को निलंबित कर दिया था। प्राथमिकी दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।