सरकारी अस्पतालों में दवा उपलब्धता के मामले में समस्तीपुर जिला सूबे में तीसरे नंबर पर
Samastipur News विभागीय स्तर पर समीक्षा के क्रम में रैंकिंग रिपोर्ट में जिले को मिला 30.80 अंक। सूबे में पहले नंबर पर गोपालगंज व सीतामढ़ी दूसरे स्थान पर है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही।
समस्तीपुर, जासं। समस्तीपुर जिले के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की आपूर्ति व सतत निगरानी में राज्य में तीसरे स्थान पर है। राज्य स्तर पर दवाओं की आपूर्ति व निगरानी में गोपालगंज पहले व सीतामढ़ी दूसरे स्थान पर है। दवाओं की आपूर्ति व निगरानी को लेकर निर्धारित 100 अंकों में समस्तीपुर 30.80 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर गोपालगंज ने 32.29 अंक व सीतामढ़ी ने 30.97 अंक प्राप्त किया है। विभागीय स्तर पर समीक्षा के क्रम में रैंकिंग रिपोर्ट जारी की गई है। विदित हो कि जिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही दवाओं की आपूर्ति व निगरानी केंद्र व राज्य सरकार द्वारा की जा रही है।
दवा की उपलब्धता में बेहतर परिणाम आने पर सिविल सर्जन डा. एसके चौधरी ने जिला औषधि भंडार के कर्मी के अलावा सभी अस्पतालों के स्टोरकीपर और फार्मासिस्ट को उनकी बेहतर प्रतिबद्ध सेवाओं के लिए सराहना करते हुए सतर्कता तथा जिम्मेदारी से काम करते रहने की नसीहत दी है।
सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में दवा की उपलब्धता की रैंकिग में बेहतर कार्य किया है। इसे बरकरार रखने और सूबे में टाप करने का निर्देश दिया गया है। उपलब्धि पर कभी भी किसी में आत्म संतुष्टि का भाव नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रतिबद्धता से काम करना सरकारी कर्मियों की ड्यूटी है लिहाजा लगातार बेहतरी के प्रयास किए जाने चाहिए। सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध संसाधनों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं ताकि गरीब व आम मरीजों को मुफ्त दवा मिल सके।
स्वास्थ्य संस्थान में उपलब्ध मिली दवा
सदर अस्पताल के ओपीडी व आइपीडी में 288 तरह की दवा उपलब्ध रखनी है। इसमें 248 प्रकार की दवा उपलब्ध है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर 247 प्रकार की दवा में 181 दवा उपलब्ध है।
निगरानी के साथ पारदर्शिता में बढ़ोतरी
जिले की बड़ी आबादी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा प्रदान की जा रही चिकित्सकीय सेवाओं एवं सुविधाओं पर निर्भर है। ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की जिम्मेदारी अधिक बढ़ जाती है। स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं एवं जरूरी चिकित्सकीय उपकरणों की निगरानी एवं इसकी समय से उपलब्धता बेहद जरूरी है। इसकी निगरानी को लेकर ई-औषधि आनलाइन साफ्टवेयर से की जा रही है। यह प्रणाली 2017 से ही संचालित हो रही है। इसका संचालन राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा किया जा रहा है। चिकित्सकों द्वारा लिखे जाने वाले दवा पर्ची को आनलाइन करने से दवाओं की वास्तविक मांग का पता चल रहा है। दवा के डिमांड के अनुसार आपूर्ति किए जाने पर पूरा विवरण पोर्टल पर आनलाइन दर्ज हो रहा है। इससे जिला से लेकर राज्य स्तर द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध दवाओं की निगरानी के साथ पारदर्शिता में बढ़ोतरी हुई है। दवाओं की एक्सपायरी का भी पता चलने एवं एक्सपायर होने वाली दवाओं की उपलब्धता खपत से पहले की जा सकेगी।