मुजफ्फरपुर में प्रशिक्षु महिला दारोगा ने थाना प्रभारी पर लगाया प्रताड़ना का आरोप, जानिए क्या आरोप लगाया
पीडि़ता ने राज्य महिला आयोग में दिया आवेदन। कहा दोनों पुलिस पदाधिकारी उसके साथ गंदा व्यवहार करते थे। अब थाना वापस जाने पर मेरी जान पर खतरा है।
पटना /मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मुजफ्फरपुर जिले की प्रशिक्षु पुलिस सब इंस्पेक्टर ने थाना प्रभारी व प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक ऋतुराज जायसवाल पर शारीरिक व मानसिक प्रताडऩा का आरोप लगाया है।
सोमवार को पीडि़ता ने राज्य महिला आयोग में आवेदन देकर कहा है कि दोनों पुलिस पदाधिकारी उसके साथ गंदा व्यवहार करते थे। 30 अगस्त की शाम अभद्र व्यवहार किया और मुझे धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। मेरे पति के साथ भी मारपीट की। मैंने अपने साथ हुई घटना की जानकारी मुजफ्फरपुर में पुलिस निरीक्षक को दी। उन्हें जानकारी दी है कि अपने पति के इलाज के लिए पटना के अस्पताल में हूं, अब थाना वापस जाने पर मेरी जान पर खतरा है। मामले पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने कहा, मामले की जांच पूरी होने के बाद ही कोई फैसला दिया जाएगा। जो दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि मामला ड्यूटी से जुड़ा हुआ है। मामले की जांच कराई जाएगी। जो दोषी होंगे उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पुलिस सेवा के अंतर्गत उत्पीड़न और प्रताड़ना का यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले के वर्षों में भी इस तरह की शिकायतें सार्वजनिक रूप से सामने आती रही हैं। कई मामलों में तो वरीय पुलिस अधिकारी ने आरोपित को निलंबित तक कर दिया था। हालांकि अधिकांश मामलों में यह देखा जा रहा है कि निलंबन की अवधि पूरा होने के बाद आरोपित फिर से काम में जुट जाता है। ऐसे में पीड़िता के लिए न्याय हासिल करना कोई सरल काम नहीं होता। जानकारों का कहना है कि अधिकांश मामलों में विभागीय कार्रवाई के नाम पर खानापूरी ही किया जाता है। कई मामलों में तो इस तरह का दबाव बनाया जाता है कि समझौता करा दिया है। हालांकि यह मामला इस संदर्भ में अलग है कि इसमें राज्य महिला आयोग में शिकायत की गई है।