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मुजफ्फरपुर में धड़ल्ले से हो रहा अवैध ई-टिकट का कारोबार, जानिए RPF ने कैसे किया पर्दाफाश

आरपीएफ की छापेमारी में ट्रैवल एजेंसी में पर्सनल आइडी से ई-टिकट बेचने का पता चला। ग्राहक बन ट्रैवल एजेंसी में पहुंचा था आरपीएफ जवान।

By Ajit KumarEdited By: Published: Thu, 13 Feb 2020 12:16 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 12:16 PM (IST)
मुजफ्फरपुर में धड़ल्ले से हो रहा अवैध ई-टिकट का कारोबार, जानिए RPF ने कैसे किया पर्दाफाश
मुजफ्फरपुर में धड़ल्ले से हो रहा अवैध ई-टिकट का कारोबार, जानिए RPF ने कैसे किया पर्दाफाश

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। आरपीएफ चौकी प्रभारी वेद प्रकाश वर्मा के नेतृत्व में जवानों ने दो अलग-अलग ट्रैवल एजेंसी में छापेमारी कर अवैध तरीके से ई-टिकट बेचने के मामले का पर्दाफाश करते तीन बिचौलियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही कई ई-टिकट, कम्प्यूटर, प्रिंटर, मोबाइल और नकद रकम जब्त की है।

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गिरफ्तार बिचौलियों में गोबरसही स्थित प्रज्ञा टूर एवं ट्रैवल एजेंसी का डूमरी निवासी राजन कुमार व श्रीनगर कॉलोनी निवासी मुन्ना कुमार तथा स्टेशन रोड स्थित आकाश ट्रैवल्स का स्टॉक रखने वाला कुढऩी निवासी नीरज कुमार शामिल हैं। इस दौरान आरपीएफ की टीम ने दोनों एजेंसी की तमाम सामग्री जब्त कर ली। 

     अचानक चले इस अभियान के बाद ई-टिकट का अवैध धंधा करने वालों में हड़कंप मच गया है। जबकि आरपीएफ की टीम मामले की जांच कर रही है। बताया गया है कि इलाके में गलत तरीके से ई-टिकट बनाने और इसे बेचने की मिली सूचना पर आरपीएफ चौकी प्रभारी ने एक टीम गठित की। वहीं एक जवान ग्राहक बन कर गोबरसही स्थित प्रज्ञा टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी में पहुंचा। जवान की सूचना पर टीम ने छापेमारी कर पर्सनल आइडी से ई-टिकट बेचने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया।

मौके से कई ई-टिकट, कम्प्यूटर, प्रिंटर, मोबाइल व नकदी भी जब्त किया। इसके बाद स्टेशन रोड स्थित आकाश ट्रैवेल्स में ई-टिकट और सिस्टम के साथ एक अन्य धंधेबाज को भी दबोच लिया। इसके बाद पोस्ट पर सिस्टम को जांच की गई। जहां कई आरक्षित टिकट बनाकर बेचने का सुराग मिला है। छापेमारी में उप निरीक्षक केके पासवान, एएसआई रामक्षत्रीय यादव, रामआशीष सिंह, सिपाही नीरज, रोशन व मदन झा आदि शामिल थे।  


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