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अंतररार्ष्ट्रीय कृषि विकास सम्मेलन : अश्विनी चौबे ने कहा- आधुनिक तकनीकी ज्ञान का किसान करें उपयोग

अंतर्राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का दूसरा दिन, दिन भर चला चर्चा-परिचर्चा का दौर। किसानों ने विदेशी प्रतिनिधियों से पूछे सवाल। केसर, सेव व नारंगी उत्पादन की तकनीक की ली जानकारी।

By Ajit KumarEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 07:45 PM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 07:45 PM (IST)
अंतररार्ष्ट्रीय  कृषि विकास सम्मेलन : अश्विनी चौबे ने कहा- आधुनिक तकनीकी ज्ञान का किसान करें उपयोग
अंतररार्ष्ट्रीय कृषि विकास सम्मेलन : अश्विनी चौबे ने कहा- आधुनिक तकनीकी ज्ञान का किसान करें उपयोग

मधुबनी, जेएनएन। अंतररार्ष्ट्रीय कृषि विकास सम्मेलन सह मेगा एग्रो एक्सपो मधुबनी शहर वाट्सन स्कूल के मैदान में एस के चौधरी एडुकेशनल ट्रस्ट द्वारा तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।सम्मेलन में शिरकत करते हुए केन्द्रीय स्वास्थ राज्य मंत्री ने एसके चौधरी न्यास ट्रस्ट के शंकर नेत्रालय में नेत्र शल्य चिकित्सा का उद्घाटन किया। स्वास्थ राज्य मंत्री श्री चौबे ने अंतररार्ष्ट्रीय कृषि विकास सम्मेलन में लगाये गए दर्जनों स्टाल एवं प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।इस कृषि विकास सम्मेलन सह मेगा एक्सपो शिविर सह प्रदर्शनी के आयोजित करने की सराहना की।

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 उन्होंने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि विकास सम्मेलन आयोजित होने से किसानों को खेती करने में नए तकनीकी ज्ञान का लाभ मिलने से सहूलियत होगा। आयोजन के लिए एस के चौधरी न्यास ट्रस्ट के चेयरमेन डा संत कुमार चौधरी के प्रयास की सराहना की। कृषि विकास सम्मेलन में शिरकत करते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी योजना से अधिक से अधिक लाभ लेने का आह्वान किया।

 कृषि मंत्री ने मेगा एक्सपो शिविर सह प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।निरीक्षण के क्रम में किसानों के फायदे के लिए आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास सम्मेलन मधुबनी में आयोजित करने के लिए एस के चौधरी एडुकेशनल ट्रस्ट का प्रशंसा की। दूसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव ने किसानों की आर्थिक बदहाली दूर करने के प्रयास की ओर इशारा करते हुए कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार किसानों की मूलभूत समस्या पर पूर्ण रुप ध्यान नही दे रही है।

 जबकि कृषि बिहार की संस्कृति में रचा बसा हुआ है।किसानों की आय बढाने के लिए सस्ते दर पर लोन उपलब्ध कराने में सरकार विफल रही है।कार्यक्रम को पूर्व विधायक राम अशीष यादव,राम कुमार यादव,राजेन्द्र यादव ने भी संबोधित किया।

विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने दिया प्रेजेंटेशन

अंतर्राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन में देश व विदेश से आए 17 प्रतिनिधियों ने अपने अपने देश में हो रही विभिन्न फसलों की जानकारी स्लाइड के माध्यम से दिया। जो आज दिन भर चला। इसमें अफगानिस्तान के सादिक सिमरौन ने सेव व केसर की खेती पर अपना प्रेजेंटेशन दिया। इसी प्रकार दक्षिण अफ्र्रिका के कैवेडा मूल ने जलवायु परिवर्तन पर फसलों पर प्रभाव पर जानकारी दी। वोस्तवाना की एलवीन स्टुअर्ट,नामीबीया के मैङ्क्षरग ने भी विविध फसलों पर बदलते मौसम चक्र का प्रभाव पर अपनी प्रस्तुति दी।

 इसके अलावा इसमें भाग ले रहे लिथुनियां,पोलेंड,जर्मनी,म्यामांर,जांबिया,सोमालिया,त्रिनिनाद,लटिवा,बेलारूस,उजवैकिस्तान सहित अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने विस्तार वे इन देशों की फसलों व जलवायु परिवर्तन से हो रहे कृषि में बदलाव पर अपने शोध को यहां प्रस्तुत किया। इन देशों के प्रतिनिधियों के साथ यहां के स्थानीय प्रगतिशील किसानों ने फसलों के बारे में कई सवाल किए। जिसका उन सभी ने जवाब दिए।


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