इस बार सीनेट की बैठक लेंगे राज्यपाल, तैयारी में जुटा विश्वविद्यालय Muzaffarpur News
मुख्यमंत्री व यूजीसी के अध्यक्ष को भी निकट भविष्य में बुलाने की योजना -बैठक से पहले सीनेट हॉल का रेनोवेशन बहाल होंगी अत्याधुनिक सुविधाएं।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में सीनेट की अगली बैठक में राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन भी शिरकत करने वाले हैं। उन्होंने खुद भी आने की इच्छा जताई है। विश्वविद्यालय प्रशासन समेत सीनेट-सिंडिकेट के लिए यह गौरव का विषय है। 15 फरवरी को आहूत सीनेट की बैठक ऐन वक्त पर टालनी पड़ी थी। तब से इंतजार और आश्वासनों के दौर के बीच तत्कालीन कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव विश्वविद्यालय से विदा भी हो गए। प्रभारी कुलपति प्रो. राजेश सिंह के कमान संभालने के बाद सीनेट की बैठक आहूत कराने को लेकर पहल तेज हो गई है।
प्रभारी कुलपति ने कहा कि यह बैठक खास और ऐतिहासिक होगी क्योंकि उसमें महामहिम खुद भी शिरकत करने वाले हैं। बैठक की तिथि तय करने से पहले सेंट्रल लाइब्रेरी के सीनेट हॉल को उस लायक बनाने की दिशा में तैयारी हो रही है जिसमें महामहिम बैठकर अभिभाषण देंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व यूजीसी के अध्यक्ष को भी विश्वविद्यालय में बुलाने की बात सोची जा रही है लेकिन, उससे पहले यहां की सड़कें, भवन व अन्य सुविधाओं पर फोकस करना जरूरी है।
राज्यपाल को बुलाने के लिए सबसे होगा राय-मशविरा
प्रभारी कुलपति ने यह भी कहा कि राज्यपाल के कार्यक्रम में आने के मद्देनजर सीनेट-सिंडिकेट के सभी सदस्यों के साथ बैठकर राय-मशविरा भी किया जाएगा। सदस्यों से इस बात का आग्रह भी किया जाएगा कि उस दिन का कार्यक्रम निर्विघ्न व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो जाए। सीनेट की बैठक में एजेंडा भी उसी हिसाब से पेश करने पर विचार किया जाएगा ताकि, महामहिम के समक्ष जगहंसाई की नौबत न आने पाए। गौरतलब है कि इससे पूर्व सीनेट की बैठक ऐन वक्त पर स्थगित हो गई थी। फरवरी में छात्रों के विरोध के बाद सीनेट की बैठक टालनी पड़ी थी।
राह में तमाम चुनौतियां
राज्यपाल को सीनेट की बैठक में बुलाने से पहले विश्वविद्यालय के समक्ष कई चुनौतियां हैं जिनको दूर करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने होंगे। प्रभारी कुलपति ने कहा कि सीनेट हॉल का रेनोवेशन कर अत्याधुनिक सुविधाएं बहाल की जाएंगी। फिलहाल जो व्यवस्था है उसमें वीआइपी मूवमेंट के मद्देनजर हर चीज व्यवस्थित ढंग से अरेंज नहीं हो सकता। बैठक में 'पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशनÓ भी प्रस्तुत किया जाना है। मतलब विश्वविद्यालय का विजन डॉक्यूमेंट्री और उसके साथ उसके कार्यान्वयन के लिए जारी प्रयास से भी उन्हें अवगत कराया जाएगा।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप