छात्रों से शौचालय के लिए बाल्टी में पानी मंगवाते शिक्षक, बिहार के स्कूलों में कुव्यवस्था
मुजफ्फरपुर के एक स्कूल में शिक्षकों द्वारा छात्रों से शौचालय के लिए बाल्टी में पानी मंगवाने का मामला सामने आया है। जांच में मिड डे मील में भी गड़बड़ी ...और पढ़ें

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधान शिक्षक समेत सभी शिक्षकों से मांगा स्पष्टीकरण। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: स्कूल के शिक्षक विद्यार्थी से शौचालय के लिए बाल्टी से पानी मंगवाते हैं। फिर शिक्षक उसका इस्तेमाल करते हैं। मामला सकरा प्रखंड के सकरा प्रखंड के उर्दू प्राथमिक विद्यालय सुजावलपुर का है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमार अरविंद सिन्हा ने मामले की गंभीरता को देख प्रधान शिक्षक समेत चार से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं प्रखंड विकास अधिकारी ने पूरे मामले की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है।
जांच पदाधिकारी ने सभी शिक्षकों के स्थानांतरण की अनुशंसा की है। प्रखंड विकास अधिकारी सकरा ने चार दिसंबर को उर्दू प्राथमिक विद्यालय सुजावलपुर की स्थलीय जांच की। इस क्रम बड़े पैमाने पर गड़बड़ी मिली। स्कूल में तीन शौचालय मिले।
शौचालय में नल के नहीं होने की वजह से छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियां होती हैं। डब्बे में बाहर से पानी लेकर जाना पड़ता है। वहीं छात्रों से शिक्षक बाल्टी से शौचालय के लिए पानी मंगवाते है। फिर उसका इस्तेमाल करते है।
दूसरी ओर शौचालय में साइनेज नहीं लगा है। बीडीओ ने इस संबंध में प्रधान शिक्षक व अन्य शिक्षकों से पूछताछ की, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं दे सकें।
मिड डे मील में गड़बड़ी की आशंका
स्कूल में चल रहे मिड डे मील में गड़बड़ी की पूरी संभावना है। फर्जी हाजिरी का खेल चल रहा है। उपस्थित पंजी और वास्तिविक उपस्थित में काफी अंतर पाया गया है। जानकारी के अनुसार पहली कक्षा में 38, दूसरी कक्षा में 32, तीसरी कक्षा में 52, चौथी कक्षा में 59 और पांचवी कक्षा में 42 विद्यार्थी नामांकित है।
जबकि उपस्थिति पंजी पर पहली कक्षा में 25, दूसरी कक्षा में 20, तीसरी कक्षा में 28, चौथी कक्षा में 35 व पांचवी कक्षा में 21 विद्यार्थी की हाजिरी बनी है। यानि कुल 129 बच्चों की हाजिरी बनी। कक्षा में वास्तिविक उपस्थित बच्चों की संख्या 79 पाया गया।
प्रखंड विकास अधिकारी ने मध्यान भोजन गुणवता निरीक्षण पंजी में केवल रसोइया वीणा देवी का हस्ताक्षर 27 नवंबर तक पाया गया। चार दिसंबर तक हस्ताक्षर नहीं था। जांच पदाधिकारी ने आशंका जताया कि मिडे डे मील नहीं बना है।
दूसरी ओर स्कूल में संजीदा खातून वर्ष 2003 से पदस्थापित है एवं मंजु कुमारी, नूरजहां दरकशा एवं विजय कुमार वर्ष 2005 से पदस्थापित हैं। शैक्षणिक विधि-व्यवस्था बनाये रखने के लिए स्थानांतरण अतिआवश्यक है। पूरे मामले की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को दिया गया।
इसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधान शिक्षक समेत सभी से तीन दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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