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Muzaffarpur water logging : यदि आपको भी अक्सर जलजमाव वाली सड़कों से गुजरना पड़ता है तो हो सकते इस बीमारी के शिकार

Muzaffarpur water logging एलर्जी व फंगल इंफेक्शन का खतरा रहता। बारिश जलजमाव में घूमने से खुजली हो सकती है और फिर शरीर पर चकत्ते निकल सकते हैं।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 02:07 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 02:07 PM (IST)
Muzaffarpur water logging : यदि आपको भी अक्सर जलजमाव वाली सड़कों से गुजरना पड़ता है तो हो सकते इस बीमारी के शिकार
Muzaffarpur water logging : यदि आपको भी अक्सर जलजमाव वाली सड़कों से गुजरना पड़ता है तो हो सकते इस बीमारी के शिकार

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बरसात के मौसम में बारिश में नहाना या सड़कों पर भरे पानी में निकलने से त्वचा संबंधी कई बीमारियां हो सकती हैं। इससे एलर्जी व फंगल इंफेक्शन का खतरा रहता। बारिश, जलजमाव में घूमने से खुजली हो सकती है और फिर शरीर पर चकत्ते निकल सकते हैं। एसकेएमसीएच के चर्म रोग विभाग के डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इंफेक्शन से बचाव के लिए बाहर से आने पर साफ पानी से हाथ-पांव धोना चाहिए। उसके बाद नारियल तेल को लगा लें। इसके बावजूद यदि ज्यादा परेशानी हो तो विशेषज्ञ चिकित्सक से मिले।

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ये सावधानी बरतें :

- गंदे पानी में जाने से बचना चाहिए।

- यदि बरसात में निकलें तो बरसाती पहन लें।

- बाहर से आने के बाद हाथ व पांव को धोने के बाद साफ कपड़े से पोंछना चाहिए।

जलजमाव से उद्योग और कारोबार प्रभावित

लगातार जारी बारिश से मुजफ्फरपुर शहर का हाल बेहाल है। सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं। तमाम बाजार और औद्योगिक इलाके जलजमाव की गिरफ्त में है। इसके चलते कारोबारी और उद्योगपतियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। वह भी तब जब यह शहर स्मार्ट सिटी में शामिल है।

सीएम नीतीश कुमार को पत्र भेजा 

मामले को लेकर नार्थ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मोतीलाल छापडिय़ा ने सीएम नीतीश कुमार को पत्र भेजा है। सीएम को भेजे पत्र में कहा है कि स्मार्ट सिटी मुजफ्फरपुर की सभी प्रधान मुख्य सड़कों की स्थिति गड्ढों, कीचड़ और जलजमाव की गिरफ्त में है। बेला औद्योगिक क्षेत्र की सड़क और फैक्ट्रियों में जांघ भर पानी भरा हुआ है। एक तरफ कोरोना और दूसरी ओर जलजमाव से सभी उद्योग और कारोबार बंद हो गए हैं। व्यापार और उद्योग चौपट हो चुका है। प्रशासन, नगर निगम और नगर विकास विभाग कागज पर ही काम कर रहे हैं। चैंबर द्वारा समय-समय पर दर्जनों पत्र देकर समस्या के निराकरण की गुहार लगाई गई। नगर विकास मंत्री का एक आश्वासन से भरा पत्र मिला जो अबतक मृग मरीचिका साबित हुआ है। उन्होंने सीएम से नरक में तब्दील मुजफ्फरपुर नगर को अब डायरेक्ट कमांड में लिए जाने की मांग की है।  


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