Indian Railway News : यदि आप भी रेलवे आरक्षण केंद्र पर बाहरी आदमी से लेते हैं मदद तो हो सकते इस ठगी के शिकार
Indian Railway News समस्तीपुर में मदद करने के नाम पर महिला को थमा दिया रद टिकट। आरक्षण कर्मियों की सूझबूझ से पकड़ा गया टिकट जालसाज।
समस्तीपुर, जेएनएन। यदि आप रेलवे यात्रा से संबंधित टिकट आरक्षण कराने गए हैं और वहां दूसरे की मदद ले रहे हैं तो जरा संभलकर रहिए। हो सकता है मदद करने वाला व्यक्ति आपको कहीं ठगी का शिकार न बना ले। कुछ ऐसा ही स्थानीय आरक्षण कार्यालय पर हुआ। यह तो महज संयोग था कि आरक्षण कर्मियों की तत्परता से वह ठग पकड़ा गया।
रद किया हुआ टिकट थमा दिया
शुक्रवार को 1.45 बजे एक महिला आरक्षण कार्यालय में टिकट कटाने पहुंची। उस महिला ने अपना आरक्षण पर्ची किसी अनजान व्यक्ति से भरवाने के बाद आरक्षण काउंटर संख्या 05 से एक आरक्षित टिकट खरीदा। उस महिला को आरक्षण फार्म भरने में मदद करने वाले व्यक्ति ने आरक्षण के उपरान्त उस महिला को अपनी बातों में फंसा कर उसका आरक्षित टिकट बदल लिया तथा उसे रद किया गया टिकट थमा दिया। इसके बाद वहां से गायब हो गया। आरक्षण कार्यालय से निकलने के उपरांत उस महिला ने किसी रेलवे कर्मी को अपना टिकट दिखाया तो ज्ञात हुआ कि उसके पास कैंसिल टिकट है। इस पर वह यात्रा नहीं कर सकती है। तब वह महिला तुरंत आरक्षण कार्यालय पहुंच गई और मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक शशिकान्त सिंह से मिली। उन्होंने तुरंत अपना जाल बिछा दिया। साथ ही कार्यालय के कर्मियों को उस महिला का पीएनआर देते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति उस पीएनआर नंबर का टिकट रद कराने आए तो अविलंब उसे पकड़ा जाए।
इससे पहले भी दे चुका घटना को अंजाम
लगभग चार बजे के आस-पास काउंटर संख्या 05 पर एक व्यक्ति उसी पीएनआर टिकट को लेकर धन वापसी के लिए आया। आरक्षण कार्यालय के सभी कर्मचारी सतर्क थे। यह सुनिश्चित होने पर कि यह वही पीएनआर टिकट है, बाहर से जाकर उस व्यक्ति को पकड़ा और आरपीएफ/जीआरपी को सूचना दी गई। पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति ने अपनी पहचान वारिसनगर थाना के सारी निवासी चुन्नी लाल पोद्दार के पुत्र सुरेश कुमार के रूप में दी। तलाशी के दौरान उसके पॉकेट से एक और कैंसल टिकट तथा आरक्षण फार्म मिला। उसने अपने स्वीकारोक्ति बयान में यह भी बताया कि वह पूर्व में तीन चार बार ऐसी घटना को अंजाम दे चुका है।