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पश्‍च‍िम चंपारण में दिखावा साबित हो रहे स्कूलों के शौचालय, सीट धंसा तो कहीं लटक रहा ताला

West Champaran Newsखुले में शौच जाने को मजबूर हैं कई स्कूलों के बच्‍चे व शिक्षक। यहां सरकारी स्‍कूलों में तमाम खर्च के बावजूद बच्चों को सुव‍िधा के नाम पर कुछ नहीं है। ऐसे में प्राइवेट स्‍कूल की ओर बच्‍चों का रूझान लाजमी है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 04:21 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 04:21 PM (IST)
पश्‍च‍िम चंपारण में दिखावा साबित हो रहे स्कूलों के शौचालय, सीट धंसा तो कहीं लटक रहा ताला
पश्‍च‍िम चंपारण के प्राथमिक विद्यालय सिकटी में शौचालय का हाल। फोटो-जागरण

पश्‍च‍िम चंपारण (भैरोगंज), जासं। कहने के लिए सभी सरकारी स्कूलों में शौचालय तो बने हैं। मगर ज्यादातर जगहों पर यह सिर्फ दिखावा साबित हो रहे हैं। किसी का सीट धंस गया है तो कहीं गंदगी के चलते शौचालयों का इस्तेमाल नहीं हो रहा। कुछ स्कूलों के शौचालय में ताला बंद रहता है। बच्‍चों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। बगहा एक प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में बने शौचालयों की पड़ताल की गई। मध्य विद्यालय पटखौली, प्राथमिक विद्यालय सिकटी आदि शौचालयों की दशा ठीक नहीं मिली।

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भैरोगंज पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पटखौली में दो शौचालय हैं। एक में खरपतवार तो दूसरा ध्वस्त मिला। यहां शौचालय में पानी की भी व्यवस्था नहीं है। छात्राओं और महिला शिक्षकों को शौच जाने में परेशानी होती है। दबी जुबान यहां के छात्रों ने बताया कि हमें शौच के लिए या तो बाहर जाना पड़ता है नहीं तो घर चले जाते हैं। कुछ जगहों पर अपने इस्तेमाल के लिए शिक्षकों ने शौचालय में ताला बंद कर दिया था। उनका कहना था कि बच्‍चे शौचालय में गंदगी छोड़ देते हैं। बगहा विधायक राम स‍िंह ने कहा कि जल्द ही विद्यालयों का निरीक्षण करुंगा। जहां शौचालय की व्यवस्था ठीक नहीं होगी संबंधित विभाग के अधिकारी से बात कर शौचालय दुरुस्त कराया जाएगा। शौचालय बनाने में धांधली की शिकायत सामने आने पर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई होगी।

तीन सहायिकाओं को चयनमुक्त करने की सिफारिश

बगहा।  बाल विकास परियोजना प्रखंड बगहा एक कोल्हुआ चौतरवा पंचायत अंतर्गत तीन सहायिका बगैर सूचना के लंबे समय से अनुपस्थित चल रही थीं। पंचायत के महिला पर्यवेक्षिका ने जांच के दौरान सहायिकाओं को केंद्र से अनुपस्थित रहने को लेकर कार्यालय में रिपोर्ट किया था। जिसको लेकर प्रभारी सीडीपीओ कुमारी अरुणा ने गंभीरता से लेते हुए महिला पर्यवेक्षिका के रिपोर्ट के आधार पर तीनों सहायिकाओं के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी बेतिया को पत्र लिख सहायिकाओं को चयन मुक्त करने की अनुशंसा की है। प्रभारी सीडीपीओ ने बताया कि अनुपस्थित रहने वाली सहायिकाओं में कोल्हुआ चौतरवा पंचायत के केंद्र संख्या 120 की नशिमा खातून, केंद्र संख्या 122 की अर्चना देवी व केंद्र संख्या 124 की शबनम प्रवीण शामिल हैं।


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