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पिंकी की नहीं भर पाई तो राधा की उजड़ गई मांग

अभिछपरा में बुधवार की रात जश्न का माहौल था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Jun 2018 03:30 PM (IST)Updated: Fri, 29 Jun 2018 03:30 PM (IST)
पिंकी की नहीं भर पाई तो राधा की उजड़ गई मांग
पिंकी की नहीं भर पाई तो राधा की उजड़ गई मांग

मुजफ्फरपुर। अभिछपरा में बुधवार की रात जश्न का माहौल था। पिंकी की मांग भरी जानी थी। एक साथ कई सपने उसकी आंखों के सामने तैर रहे थे। मगर, कुछ ही देर में ये बिखर गए। जश्न का माहौल मातम में बदल चुका था। डीजे व पटाखे की आवाज के बीच से निकली गोली की एक आवाज ने चीख-पुकार मचा दी। गांव का युवक नवीन मांझी खून से लथपथ पड़ा था। उसे गोली मारने का आरोप अहि छपरा के ही मुकेश पर लगा। फिर क्या था। गाजे-बाजे बंद हो गए। लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित लोगों ने पिंकी के घर पर हमला कर दिया। वाहनों में आग लगाए जाने लगे। जो सामने आया उसे बेरहमी से पीटा गया। जान बचाने के लिए लोग गांव छोड़कर भागने लगे। दुल्हन बनी पिंकी को भी नहीं बख्शा। मंडप की जगह वह अस्पताल पहुंच गई। और उसकी मांग सजते-सजते रह गई। वहीं दो साल पूर्व शादी कर आई राधा की भी मांग नवीन के दम तोड़ने के साथ उजड़ गई। दुधमुंही बेटी के सिर से पिता का साया भी उठ चुका था।

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बार-बार बेहोश हो जा रही राधा

दो साल पूर्व बासुदेव मांझी के बेटे नवीन की शादी राधा के साथ हुई थी। वह बेहोश होकर बार-बार गिर जा रही है। छोटा भाई प्रवीण भी भाई की मौत को लेकर सदमे में है। नवीन की तीन बहनों में दो की शादी हो चुकी है। छोटी बहन भी भाई की मौत पर विलाप कर रही थी। पिता व वृद्ध मां जमुनी देवी भी विलाप कर बार-बार बेहोश हो जा रहे थे।

एक झोपड़ी में बसेरा : नवीन मजदूरी कर पूरे परिवार का भरण पोषण करता था। एक झोपड़ी में पूरे परिवार का बसेरा था। पिता बासुदेव मांझी का कहना है कि उसे क्या पता था कि उसके बेटे की हत्या होने वाली है। नवीन घर में सोया था। उसे मुकेश बुलाकर ले गया और गोली मार दी। हे भगवान! हमर कलेजवा के मुकेशवा मार देलकई ..

हे भगवान! हमर कलेजवा के मार देलकई ..। घर से बुलाकर ले गेलई। गाना बजईत रहई। नाचे ला कहके मुकेशवा हमरा घर से नवीनवा के ले गेलई। इकरा बाद गोली मारके हमर बेटा के हमरा से छीन लेलक। इतना कहकर नवीन की मां जमुनी देवी बार-बार बेहोश हो जाती हैं। पड़ोस की महिलाएं पानी का छींटा मारकर होश में लाती हैं। फिर वह विलाप करने लगती हैं। बुधवार देर रात की इस घटना के बाद से गुरुवार को पूरे दिन नवीन की मां की यही स्थिति रही। उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई है। स्थानीय डॉक्टर उन्हें नींद की दवाई देने की कोशिश कर रहे थे। जिससे उन्हें थोड़ी राहत मिले।


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