सुकून और सादगी से घरों में अदा की गई ईद की नमाज
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर किये गए लॉकडाउन ने इस बार ईद को कई मायनों में यादगार बना दिया।
मुजफ्फरपुर : कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर किये गए लॉकडाउन ने इस बार ईद को कई मायनों में यादगार बना दिया। ईद के दिन ईदगाह व मस्जिदों के बदले घरों पर ही सुकून और सादगी से नमाज अदा की गई। गले मिलकर ईद की भी मुबारकबाद नहीं दी गई। सरकार के निर्देश पर अधिकतर ईदगाह व मस्जिदों में ईद की सामूहिक नमाज नहीं हुई। मगर कुछ जगहों पर मस्जिदों में चार-पांच लोगों के साथ शारीरिक दूरी का पालन कर नमाज अदा की गई तो अधिकतर लोगों ने घरों में ही नमाज पढ़ी। किसी ने चाश्त की नीयत कर नमाज अदा की तो किसी ने नफील की। कुछ जगहों पर लोगों ने परिवार के सदस्यों के साथ ही घरों में ही नमाज अदा की। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन किया गया।
शहर से लेकर गांव तक के अधिकतर लोगों ने नमाज अदा की। अमूमन नमाज से पहले होने वाली तकरीर भी इस बार नहीं हुई। नमाज के बाद अधिकतर लोगों ने एक दूसरे से गले मिलने से भी परहेज किया तो कुछ ने अपने परिवार के सदस्यों से ही गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। लॉकडाउन को लेकर शिया-सुन्नी उलेमाओं ने लोगों से अपील की थी कि वो सामूहिक नमाज से परहेज करें और घरों में ही शारीरिक दूरी का पालन कर नमाज अदा करें। उलेमाओं की अपील व सरकार के निर्देशों का अधिकतर ने पालन किया।
मदरसा जाम-ए-उल उलूम के मोहतमिम हाजी मौलाना आले हसन, गोशाला ईदगाह के इमाम मौलाना मुफ्ती इकबाल अहमद, शिया मौलाना सैयद काजिम शबीब आदि ने कहा कि लोगों ने ईद के दिन भी बहुत ही संयम एवं समझदारी दिखाई और लॉक डाउन के नियमों का उल्लंघन नहीं किया।
एक दूसरे के घर आना-जाना हुआ कम
लॉकडाउन के कारण एक- दूसरे के घर आना-जाना भी काफी कम हुआ। अमूमन चांद रात से लेकर ईद के पूरे दिन तक महिलाओं के ऊपर काम का दबाव काफी बढ़ जाता है। घर के काम के साथ आगंतुकों के लिए तरह-तरह के पकवान बनाने में वो व्यस्त रहती हैं। इस बार एक दूसरे के घर आना-जाना कम होने की वजह से महिलाओं को काम से आराम मिला। उनका कहना था कि ईद की रौनक वह नहीं दिखी।
कोरोना के खात्मे के लिए की गई दुआ, सबकी सलामती की दुआ
नमाज अदा करने के बाद लोगों ने कोरोना वायरस से सलामती की दुआ की। लोगों ने अल्लाह से इस वायरस को खत्म करने की दुआ की। इससे संक्रमितों को जल्द स्वस्थ्य होने की भी दुआ की गई। आर्थिक तंगी से परेशान लोगों के लिए भी खुशहाली की दुआ की गई।