टीबी रोगियों की खोज के लिए आइसीएमआर की पहुंची टीम, 2753 की जांच
यक्ष्मा उन्मूलन के लिए केंद्र सरकार ने साल 2025 तक का लक्ष्य रखा। जिले के चार प्रखंड में आइसीएमआर की टीम पहुंची है। टीम ने कुढ़नी प्रखंड के माधोपुर सुस्ता गांव में शिविर लगाकर जांच 53 लोगों की जांच की जिसमें एक पॉजीटिव मरीज मिला।
मुजफ्फरपुर : यक्ष्मा उन्मूलन के लिए केंद्र सरकार ने साल 2025 तक का लक्ष्य रखा। इसके लिए देश स्तर पर मुजफ्फरपुर जिले का चयन किया गया है। जिले के चार प्रखंड में आइसीएमआर यानी इंडियन कांउसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की टीम पहुंची है। टीम ने कुढ़नी प्रखंड के माधोपुर सुस्ता गांव में शिविर लगाकर जांच 53 लोगों की जांच की जिसमें एक पॉजीटिव मरीज मिला। टीम इस गांव में 800 लोगों का सर्वे करेगी। टीम के नोडल अधिकारी डॉ. मेजर मधुकर के नेतृत्व में उज्ज्वल प्रकाश, मृत्युंजय पांडेय समेत 21 लोग शामिल हैं। अब तक टीम ने पारू के वाजिदपुर, कांटी का हरचंदा, गायघाट का मनिपुर दाहिला में 2700 लोगों का सर्वे किया है। कुढ़नी के माधोपुर सुस्ता में अभी सर्वे चल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार जांच के लिए जीन एक्सपर्ट मशीन व एक्सरे को आधार बनाया गया है। जांच में जिस टीबी मरीज की पहचान हो रही है, उसे तत्काल स्थानीय पीएचसी से निबंधन कराया जा रहा है। पहचान के साथ ही मुफ्त दवा की खुराक भी उपलब्ध हो रही है। मरीज को एक कार्ड दिया जा रहा है जिसके आधार पर वह नियमित दवा की खुराक ले पाएगा। जानकारी के अनुसार टीबी उन्मूलन के लिए सर्वे से यह पता चलेगा कि देश में कितने मरीज हैं। उसके हिसाब से सरकार उन्मूलन की रणनीति बनेगी। उसके बाद कारण का पता लगाने पर रिसर्च होगा। सिविल सर्जन डॉ.एसपी ¨सह ने कहा कि सर्वे को लेकर हर तरह से सहयोग किया जा रहा है। टीम ऑन द स्पॉट जांच व रिपोर्ट भी दे रही है।