पश्चिम चंपारण में मिला नेपाल से अपहृत स्वर्ण व्यवसायी, बदमाशों की नजर से निकला भाग
पिछले रविवार को वीरगंज से हुआ था अपहरण। चारपहिया वाहन से श्रीनगर के दियरावर्ती इलाके में लाए थे बदमाश। बदमाशों की नजर से बचकर व्यवसायी भाग निकला।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। नेपाल के वीरगंज शहर से अपहृत स्वर्ण व्यवसायी को जिले की श्रीनगर पुलिस ने अपने संरक्षण में ले लिया है। वीरगंज निवासी 35 वर्षीय व्यवसायी रमेश साह का अपहरण पिछले रविवार को किया गया था। बदमाश शनिवार की शाम चार पहिया वाहन से उसे श्रीनगर थाना क्षेत्र के दियारा इलाके गदियानी सिंगही ठोकर के समीप लाकर छिपा रखे थे। इसी बीच बदमाशों की नजर से बचकर व्यवसायी वहां से भाग निकला। उसने करीब के गांव सिंगही में पहुंच लोगों को अपने अपहरण के बारे में जानकारी दी।
बदमाशों ने उसके दोनों हाथ पीछे करके बांध दिए थे। उसका मुंह भी बांधा हुआ था। तब लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। सूचना पर पहुंचे श्रीनगर थानाध्यक्ष खालिद अख्तर ने व्यवसायी को अपने संरक्षण में ले लिया। पुलिस ने व्यवसायी को बांधकर रखने वाले स्थान पर शनिवार की रात ही छापेमारी की। हालांकि, वहां कोई नहीं मिला। उक्त स्थल से बिछावन के रूप में उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक की कुछ सामग्री पुलिस द्वारा बरामद करने की बात कही जा रही है।
एसडीपीओ पंकज कुमार रावत ने बताया कि एक अपहृत व्यवसायी को बरामद किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में व्यवसायी ने स्वीकार किया है कि पिछले रविवार को कुछ बदमाश वीरगंज से उसका अपहरण कर लिया था। वे उसे दो-तीन दिनों तक वीरगंज में ही रखे। उसका मुंह और हाथ बांधकर इधर-उधर घूमाते रहे। शनिवार की शाम एक चार पहिया वाहन पर उसे बैठा कर इस इलाके में लाया गया।
गाड़ी से उतारने के बाद वाहन वापस भेज दिया गया। कुछ देर के बाद बदमाश अपने मोबाइल फोन में व्यस्त हो गए। इसी दौरान बिजली आने पर करीब के गांव में रोशनी दिखी। इसी दौरान बदमाशों से नजर बचाकर रोशनी की तरफ भाग निकला। बताया जाता है कि रात्रि करीब 11 बजे वह सिंगही गांव मे पहुंचा। गांव में बरात आने की वजह से कई लोग जगे थे।
उसने लोगों से अपनी आपबीती बताई। पूर्व मुखिया इस्लाम गद्दी ने बताया कि व्यवसायी का दोनों हाथ पीछे करके बांधा गया था। गांठ इतनी जबरदस्त थी कि उसे दांत से खोलनी पड़ी। पूरी बात सुनने के बाद स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी गई।