सावन में कांवरियों के लिए होंगे हाइटेक इंतजाम Muzaffarpur news
17 जुलाई से शुरू होगा सावन। श्रावणी मेला को लेकर डीएम आलोक रंजन घोष ने बुलाई बैठक। सामान्य व पुलिस प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों हुए शामिल।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। इस बार सावन में बाबा गरीबनाथ के दरबार में जलाभिषेक के लिए आने वाले कांवरियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से मूलभूत सुविधाओं का हाइटेक इंतजाम किया जाएगा। साथ ही कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भी पूरी व्यवस्था रहेगी, ताकि लोगों को जलाभिषेक में कोई परेशानी न हो। 17 जुलाई से शुरू होने जा रही श्रावणी मेला को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में हुई बैठक में उक्त निर्णय लिया गया।
इसमें मेला के पूर्व प्रशासनिक स्तर पर किए जाने वाले कार्यों को धरातल पर उतारने को लेकर विमर्श किया गया। इस दौरान डीएम ने कावंरिया पथ पर बेहतर व्यवस्था को लेकर गंभीरता से अपनी बातें रखी। इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने साफ कहा कि कावंरिया पथ पर यात्रा सुगम होनी चाहिए। पीएचईडी, भवन निर्माण, नगर निगम और अन्य विभागों के पदाधिकारियों और अभियंताओं को निर्देश दिया कि श्रावणी मेला में बड़ी संख्या में स्थानीय के अलावा बाहर से श्रद्धालु आते हैं।
ऐसे में कावरियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है। समय पर पूरी तैयारी कर लेनी है। कार्य में शिथिलता और कर्तव्य के प्रति लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी दी। बैठक में सिटी एसपी, डीडीसी, अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता आपदा, दोनों अनुमंडल पदाधिकारी और अपर नगर आयुक्त के अलावा स्वयंसेवी संस्थाओं व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
भीड़ नियंत्रण के लिए प्लानिंग पर किया विचार
सावन में उमडऩे वाली कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रस्तावित प्लानिंग पर भी विचार किया गया। इसके लिए रूट-चार्ट, साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल, विद्युत की उपलब्धता और अस्थाई शौचालय को लेकर अहम निर्देश दिए गए। बैठक में आए स्वयंसेवी संस्थानों, सामाजिक व व्यापारिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने मेला की तैयारियों को लेकर अपने-अपने विचार रखे तथा महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। उन्होंने अतिक्रमण को एक बड़ी समस्या के रूप में रखा। कांवरिया ठहराव स्थल पर विशेष चर्चा की गई।
मेले की शुद्धता और पवित्रता बरकरार रहे, इसके लिए साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। पूर्व के वनिस्पत अधिक संख्या में टेंट सिटी के निर्माण का भी प्रस्ताव दिया गया। साथ ही श्रद्धालुओं को आपातकालीन चिकित्सा सेवा देने के लिए अस्थाई स्वास्थ्य शिविर लगाने की भी बात रखी गई। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि निरीक्षक की प्रतिनियुक्ति, मोबाइल मेडिकल टीम एवं एम्बुलेंस की भी व्यवस्था करने के सुझाव दिए गए।
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