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हाय रे फूटी किस्मत, जमा रुपये के मूलधन पर भी आफत, डाक विभाग में चौकाने वाला फर्जीवाड़ा, मधुबनी का मामला

Madhubani crime मधुबनी जिले हैरान करने वाला मामला सामने आया है। खातों से रकम गायब पासबुक ले लोग लगा रहे डाकघर का चक्कर लौकहा डाकघर में लाखों का फर्जीवाड़ा उजागर खातों से रकम गायब वर्ष 2015-18 के बीच खुले थे खाते रकम वापस पाने के लिए लोग लगा रहे गुहार

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 09 Jan 2022 10:08 PM (IST)Updated: Sun, 09 Jan 2022 10:08 PM (IST)
हाय रे फूटी किस्मत, जमा रुपये के मूलधन पर भी आफत, डाक विभाग में चौकाने वाला फर्जीवाड़ा, मधुबनी का मामला
मधुबनी ज‍िले में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

मधुबनी (खुटौना), जासं। प्रखंड के लौकहा डाकघर ( सब पोस्ट ऑफिस) में फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आया है। वर्ष 2015 से 2018 की अवधि में जिन लोगों ने वहां खाते खुलवाकर रकम जमा की थी, उनकी सारी रकम गायब हो गई। इस डाकघर से जुड़े आठ शाखा डाकघरों के माध्यम से कई लोगों ने बचत खाते खुलवाकर अपनी सारी कमाई उनमें जमा की थी। सारी रकम उड़ा ली गई।

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प्रखंड के परसाही पश्चिमी पंचायत के गोइत परसाही के रवि रंजन कुमार राजा ने वर्ष 2016 में सावधि जमा (टर्म डिपॉजिट) के दो खातों में कुल सात लाख 96 हजार रुपये जमा किए थे। तीन साल की अवधि पूरी होने पर 11 लाख से अधिक मिलने थे। वर्ष 2019 में जब रकम निकासी करने लौकहा डाकघर पहुंचे तो बताया गया कि सारी रकम निकाल ली गई है और खाता खाली है। बाघा कुशमार के भोला साह के साथ भी ऐसा ही हुआ। उनके सावधि जमा खाते में जमा दो लाख की पूरी रकम फर्जीवाड़ा कर इसी तरह निकाल ली गई।

घोघरडीहा की इंद्रकला देवी ने वहां मासिक आय योजना के तहत खाते खुलवाकर उसमें तीन लाख जमा किए थे। कुछ महीनों तक उन्हें 2100 रुपये की दर से भुगतान भी किया गया, लेकिन बाद में बताया गया की सारी रकम निकल गई है। बहुत बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 200 से अधिक लोगों ने वक्त जरूरत के लिए शाखा डाकघरों के माध्यम से रकम जमा की थी। उनकी जमा रकम का लौकहा डाकघर में कोई रिकॉर्ड भी नहीं रखा गया और ना रकम सिस्टम में आई। लोग अब पासबुक लिए डाक विभाग के अधिकारियों से फरियाद करते फिर रहे है।

लौकहा डाकघर के रिकार्ड गायब, विभाग कर रहा जांच 

इस फर्जीवाड़े को वर्ष 2015-2018 की अवधि में अंजाम दिया गया। जब शंभू प्रसाद यादव वहां के पोस्ट मास्टर थे। बीते शुक्रवार (सात जनवरी) को जब मधुबनी के डाक अधीक्षक लौकहा डाक घर आए तो खबर पाकर परेशान जमाकर्ता पासबुक लेकर उनके पास फरियाद करने आ जुटे। उन्होंने आवेदन लिए और जांच का भरोसा देकर चले गए। इस फर्जीवाड़े के संबंध में डाक अधीक्षक महेश प्रसाद देव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि लौकहा डाकघर के रिकॉर्ड भी गायब है और विभाग मामले की छानबीन कर रहा है।

निगरानी जांच की उठ रही मांग 

कारमेघ उत्तरी पंचायत के पूर्व मुखिया एवं वर्तमान पैक्स अध्यक्ष विनोद सिंह ने इस फर्जीवाड़े में जांच की सुस्त रफ्तारी पर ङ्क्षचता व्यक्त करते हुए निगरानी विभाग से पूरे मामले की जांच किए जाने की मांग की है। फर्जीवाड़े के शिकार लोगों को लौकहा डाकघर के वर्तमान पोस्टमास्टर अरङ्क्षवद कुमार यादव से भी शिकायत है कि जब अपने परेशानी को लेकर उनसे मिलने जाते हैं तो सीधे मुंह बात नहीं करते है। इस संबंध में पूछने पर वर्तमान पोस्टमास्टर ने कहां कि उस वक्त के खातों में जमा रकम का कोई रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। तो वे क्या करें।


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