रास्ता भटका तो बगैर अनुमति रोसड़ा में उतरा कुशवाहा का उड़नखटोला
आचार संहिता का मामला होगा दर्ज। रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा का उडऩखटोला पटोरी जाने की बजाय रोसड़ा में ही उतर गया। जिसे देखने को हजारों की भीड़ जमा हो गई।
समस्तीपुर, जेएनएन। रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा का उडऩखटोला पटोरी जाने की बजाय रोसड़ा में ही उतर गया। दोपहर बाद जननायक कर्पूरी स्टेडियम में हेलीकॉप्टर उतरते ही हजारों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने हेलीकॉप्टर को इस कदर घेरा कि उडऩा संभव नहीं हो सका। किशोर और युवा वर्ग जहां हेलीकॉप्टर के साथ सेल्फी लेने में मस्त हो गए।
वहीं बच्चे हेलीकॉप्टर एवं उसके पंखी को छूकर खिलौना का आनंद उठा रहे थे। इसे देख आग बबुला हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री हेलीकॉप्टर से उतर खरी खोटी सुनाते हुए लोगों को हटाने का असफल प्रयास किया। और नहीं हटते देख पुन: हेलीकॉप्टर के अंदर जाकर बैठ गए। सूचना पर पहुंचे डीएसपी अरुण कुमार दूबे, सीओ नरेंद्र कुमार, एवं पुलिस बल द्वारा भीड़ को हेलीकॉप्टर से हटाने के पश्चात करीब 25 मिनट बाद पुन: उडऩ खटोला स्टेडियम से रवाना हुआ। श्री कुशवाहा के साथ पार्टी नेता धर्मेंद्र पांडे भी सवार थे।
इस संबंध में पूछे जाने पर नोडल पदाधिकारी सीओ नरेंद्र कुमार ने बताया कि बगैर अनुमति के हेलीकॉप्टर उतारना आचार संहिता का उल्लंघन है। इससे विधि व्यवस्था की भी समस्या उत्पन्न हो गई। आदर्श आचार संहिता के तहत मामला दर्ज करने को ले प्रतिवेदन समर्पित किया जा रहा है।