हृदय रोग का बढ़ा प्रकोप, दो की मौत
ठंड बढ़ने के साथ हृदय अस्थमा ब्लडप्रेशर एवं सांस के साथ एलर्जी के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। एसकेएमसीएच में गुरुवार को हृदय रोग से पीड़ित पांच लोगों को भर्ती किया गया। वहीं इससे पीड़ित दो की मौत हो गई।
मुजफ्फरपुर। ठंड बढ़ने के साथ हृदय, अस्थमा, ब्लडप्रेशर एवं सांस के साथ एलर्जी के मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। एसकेएमसीएच में गुरुवार को हृदय रोग से पीड़ित पांच लोगों को भर्ती किया गया। वहीं इससे पीड़ित दो की मौत हो गई। चिकित्सकों ने इस मौसम में बच्चे व बुजूर्गो की सेहत पर विशेष ध्यान देने की बात कही है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने सभी विभाग के चिकित्सकों को अलर्ट कर दिया है।
क्या है हार्ट अटैक : चिकित्सकों के अनुसार, ठंड के दिनों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसका कारण ठंड के दिनों में रक्त संचार की नली में सिकुड़न आ जाती है। इससे दिल तक खून पहुंचाने वाली धमनियों में रुकावट आने लगती है। इससे दिल में खून का संचार अवरूद्ध हो जाता है। नतीजा दिल की मांसपेशियों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। जल्दी खून का संचार नहीं होने पर मांसपेशियों की गति रूक जाती है।
ये हैं प्रारंभिक लक्षण : इस दौरान प्रारंभ में सीने में दर्द और असहजता महसूस होती है। शरीर से पसीना निकलाना एवं घबराहट भी हृदयघात का संभावना बताता है।
ये बरते सावधानी
- हृदय एवं अस्थमा रोग के मरीज ठंड से पूर्णत: बचाव करे। गर्म कपड़ा पहने। इस मौसम में बाहर निकलने से परहेज करें।
- रक्तचाप एवं मधुमेह के मरीज नियमित रूप से अपना जांच कराते हुए चिकित्सकीय परामर्श के तहत दवा का सेवन जारी रखें।
- बाजार के खाद्य पदार्थ के सेवन से परहेज करें। घर का सादा ताजा भोजन करे। बच्चों को बाहर का चाट-चटनी नहीं खाने दें।
- पानी पर्याप्त मात्रा में पीते रहना चाहिए। उल्टी-दस्त शुरू होते ही तत्काल अस्पताल पहुंच कर चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है।