कई जिलों के साथ पश्चिमी क्षेत्र में हार्डकोर नक्सली रमेश पासवान का था दबदबा
पश्चिमी दियारा क्षेत्र था सुरक्षित ठिकाना। कई विध्वंसक वारदातों को दिया अंजाम। लेवी की राशि नहीं देने पर कंस्ट्रक्शन कंपनी व ईंट भट्ठों पर कर देता था विस्फोट।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। पारू जोन के कई जिलों के साथ पश्चिमी क्षेत्र में हार्डकोर नक्सली रमेश पासवान का दबदबा था। पश्चिमी दियारा इलाके से ही तैयारी कर वह दूसरे जिले में विध्वंसक वारदातों को अंजाम देता रहा। पश्चिमी क्षेत्र के लोगों में उसने आतंक कायम कर रखा था। ईंट भट्ठा, कंस्ट्रक्शन कंपनी से लेवी वसूलने व राशि नहीं देने पर कई विध्वंसक वारदातों को वह अंजाम दे चुका है। छह साल पूर्व तत्कालीन अभियान एएसपी राणा ब्रजेश ने काफी संख्या में एसटीएफ व एसएसबी जवानों के साथ पश्चिमी दियारा इलाके में कॉबिंग ऑपरेशन चलाया। उस दौरान वह दियारा के एक गांव में नक्सलियों के साथ बैठक कर रहा था।
अभियान एएसपी ने उसकी घेराबंदी कर दी। रमेश पासवान पुलिस से मुठभेड़ कर भाग निकला। लेकिन उसके छह साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसी तरह पारू के जाफरपुर में नक्सली बैठक की सूचना पर कार्रवाई के लिए पहुंची पुलिस को वह चकमा देकर भाग निकला था। इसके कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी। कई जिलों की पुलिस के लिए रमेश की गिरफ्तारी चुनौती बनी थी। पुलिस का कहना है कि देवरिया, पारू व जिले के अधिकतर नक्सली घटनाओं में रमेश शामिल था।
मनन सिंह हत्याकांड में भी था शामिल
पुलिस का कहना है कि देवरिया थाना क्षेत्र में कुछ साल पूर्व मनन सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस घटना में भी रमेश शामिल था। नक्सली बंदी के दौरान देवरिया समेत अन्य इलाकों में वाहनों में आग लगाने के मामले में वह साथियों के साथ शामिल रहा था।
वोट बहिष्कार का पोस्टर लगाया था रमेश
2019 के लोकसभा चुनाव में आमलोगों से वह वोट बहिष्कार करने का आह्वान कर रहा था। रमेश के पास से वोट बहिष्कार का पोस्टर और नक्सली साहित्य बरामद हुआ। देवरिया थाने के प्राथमिक विद्यालय मिश्रौलिया के भवन पर पोस्टर लगा था। देवरिया पुलिस ने इसे जब्त कर लिया।