बालिका गृह मामला में आरोपितों के बचाव में आधा दर्जन गवाह पेश Muzaffarpur News
दिलीप वर्मा विकास व मीनू की ओर से बचाव में पेश किए गए गवाह।देर शाम तक साकेत के विशेष कोर्ट मे चली गवाही। मंगलवार को भी बचाव पक्ष की ओर से पेश किए जाएंगे गवाह।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह मामले में अब आरोपितों की ओर से बचाव में सोमवार को नई दिल्ली स्थित साकेत के विशेष कोर्ट में आधा दर्जन गवाहों को पेश किया गया। इसमें बाल कल्याण समिति के तत्कालीन अध्यक्ष आरोपित दिलीप वर्मा, सदस्य विकास कुमार व मीनू देवी की ओर से पेश गवाह शामिल है। बचाव पक्ष की ओर से मंगलवार को भी गवाह पेश किए जाएंगे।
देर शाम तक चलती रही गवाही
आरोपित डॉ. अश्विनी उर्फ आसमनी के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने बताया कि देर शाम तक साकेत के विशेष कोर्ट में बचाव पक्ष की ओर से गवाही चली। उनके मुवक्किल की ओर से मंगलवार को गवाह पेश किया जाएगा।
यह है मामला
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस) की रिपोर्ट के आधार पर बाल संरक्षण इकाई के तत्कालीन सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने पिछले साल 31 मई को महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। टिस की रिपोर्ट में बालिका गृह में लड़कियों के साथ यौन ङ्क्षहसा की बात कही गई थी। महिला थाना पुलिस ने पिछले साल दो जून को ब्रजेश ठाकुर, चंदा देवी, किरण कुमारी, नेहा कुमारी, मंजू देवी, इंदू कुमारी, हेमा मसीह, मीनू देवी को गिरफ्तार किया था। इन सभी को पिछले साल तीन जून को मुजफ्फरपुर के विशेष कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। जहां से सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था।
बाल कल्याण समिति के तत्कालीन सदस्य विकास कुमार को पिछले साल पांच जून व तत्कालीन बाल संरक्षण पदाधिकारी रवि रोशन को 24 जून को गिरफ्तार किया गया। इन सभी के खिलाफ पिछले साल 26 जुलाई को विशेष कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया। बाद में सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी। पिछले साल 28 जुलाई से इस मामले की जांच सीबीआइ कर रही है। सीबीआइ ने उक्त आरोपितों के अलावा कुल 21 के विरुद्ध विशेष कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था। इसमें से 20 के खिलाफ साकेत के विशेष कोर्ट में सत्र-विचारण चल रहा है। अभियोजन पक्ष की ओर से साक्ष्य पेश किए जाने के बाद फिलहाल बचाव पक्ष की ओर से साक्ष्य पेश करने की प्रक्रिया शुरू हुई है।