खाते में 24.16 करोड़, बच्चों को नहीं मिली किताब की राशि, शिक्षा विभाग मामले में गंभीर
सभी शिक्षा समितियों के खाते में 31 मार्च को ही 24.16 करोड़ रुपये भेजे जा चुके हैं। 30 तक भुगतान नहीं होने पर डीईओ डीपीओ बीईओ प्रधानाचार्य को नहीं मिलेगा मई का वेतन।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। डीईओ, डीपीओ, बीईओ, प्रधानाचार्य के मई के वेतन पर रोक की चेतावनी के बावजूद अभी तक बच्चों के खाते में किताब खरीदने की राशि नहीं भेजी जा सकी है। विभाग ने 31 मार्च को ही किताब की राशि जिले की सभी शिक्षा समितियों के खाते में स्थानांतरित कर दिया था। मुजफ्फरपुर जिला के बच्चों के लिए 24 करोड़ 16 लाख 82 हजार 100 रुपये दिए गए हैं। 24 दिन बीत गए लेकिन अभी तक बच्चों के खाते में किताब-कलम एवं लेखन सामग्री की राशि ट्रांसफर नहीं की जा सकी है। इसको लेकर शिक्षा विभाग अचरज में है।
15 अप्रैल तक रिपोर्ट शून्य मिलने पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने कड़ा संज्ञान लिया। 17 अप्रैल को पत्र जारी कर 30 अप्रैल तक भुगतान का अंतिम समय दिया है। उसके बाद डीईओ, डीपीओ, बीईओ, प्रधानाचार्य आदि पदाधिकारियों का वेतन बंद कर दिया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. विमल ठाकुर ने कहा कि 30 के पार हुआ तो सभी प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित अन्य के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी जाएगी।
पाचवीं तक के बच्चों को 250 रुपये देय
शिक्षा विभाग ने पूरे राज्य के प्राथमिक स्कूलों के बच्चों के लिए 5 अरब, 28 करोड़, 87 लाख रुपये दिए हैं। वर्ग 1 से 5 तक के छात्र-छात्राओं के लिए 250 रुपये प्रति छात्र-छात्रा एवं वर्ग 6 से 8 तक के छात्र-छात्राओं के लिए 400 रुपये प्रति छात्र-छात्रा की दर से पाठ्य पुस्तक की राशि दी जानी है। खुले बाजार से बच्चे पाठ्य-पुस्तकों के अलावा बचे हुए पैसों से कलम-कॉपी व लेखन सामग्री खरीदेंगे।
खाते में राशि डालने के बाद देना है प्रमाण पत्र
बच्चों के खाते में राशि भेजने के बाद सभी प्रधानाध्यापक इस आशय का प्रमाणपत्र बीआरसी, सीआरसी, बीईओ को उपलब्ध कराएंगे। फिर इसे जिला कार्यालय और राज्य मुख्यालय को प्रेषित किया जाएगा। प्रमाणपत्र नहीं आने तक जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) एवं प्रधानाध्यपकों के मई का वेतन बंद रहेगा।