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रघुवंश बाबू के पत्र पर एक्शन में आइ सरकार, कलम के जादूगर रामबृक्ष बेनीपुरी का ऐतिहासिक मकान हो जाएगा संरक्षित

बोले मंत्री संजय झा रघुवंश बाबू के हर सुझाव पर हो रहा काम। जल संसाधन विभाग से जुड़े जो प्रस्ताव दिए गए है उन्हें समय पर पूरा किया जाएगा।

By Ajit KumarEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 12:45 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 12:45 PM (IST)
रघुवंश बाबू के पत्र पर एक्शन में आइ सरकार, कलम के जादूगर रामबृक्ष बेनीपुरी का ऐतिहासिक मकान हो जाएगा संरक्षित
रघुवंश बाबू के पत्र पर एक्शन में आइ सरकार, कलम के जादूगर रामबृक्ष बेनीपुरी का ऐतिहासिक मकान हो जाएगा संरक्षित

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नदी से घिरे औराई प्रखंड के बेनीपुर गांव में कलम के जादूगर रामबृक्ष बेनीपुरी द्वारा बनवाया गया ऐतिहासिक मकान और उनकी समाधि बच जाएगी। समाजवादी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के पत्र के आलोक में राज्य सरकार ने पहल शुरू कर दी है। सूबे के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने बताया कि रघुवंश प्रसाद सिंह ने अंतिम सांस लेने से पहले एक पत्र उनके विभाग को भी लिखा है। इसमें बेनीपुरी के मकान और समाधि को बचाने की मांग की गई है। मुख्यमंत्री ने रघुवंश बाबू के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण के बाद उनके पत्र पर शीघ्र कार्रवाई करने की बात कही। मंत्री ने कहा कि रघुवंश बाबू की ओर से जल संसाधन विभाग से जुड़े जो प्रस्ताव दिए गए है उन्हें समय पर पूरा किया जाएगा। डॉ.रघुवंश बाबू के शिष्य व उनके अंतिम समय तक सहयोगी रहे हरेश कुमार ने बताया कि पत्र के आलोक में जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने उनसे मोबाइल पर बातचीत की है। विभाग के आदेश पर बागमती प्रमंडल के मुख्य अभियंता कलम के जादूगर बेनीपुरी जी के घर के चारों तरफ रिंग बांध बनाने का प्रस्ताव भेजा है।

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2016 में श्राद्धांजलि देने पहुंचे थे रघुवंश बाबू

हरेश कुमार ने बताया कि 23 दिसंबर, 2016 को रघुवंश बाबू ऐतिहासिक मकान के सामने बेनीपुरी जयंती समारोह में शामिल हुए थे। बेनीपुरी चेतना समिति की ओर से समारोह में डॉ. महेंद्र बेनीपुरी एवं महंथ राजीव रंजन दास ने बेनीपुरी स्मारक के विकास एवं मकान को सुरक्षित कराने की मांग करते हुए प्रस्ताव दिया था। समिति के सचिव शिक्षाविद महंथ राजीव रंजन दास ने बताया कि उस समय घर को बचाने के लिए रिंग बांध बनाने व दस जुलाई 2012 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्मारक स्थल के लिए की जमीन पर घेरेबंदी कर प्रतिमा लगवाने, वाचनालय व पुस्तकालय बनाने व कटौंझा सेतु पर उनके नाम का बड़ा बोर्ड लगाने का जो प्रस्ताव दिया गया है। दोनों पर काम हो। बताया कि रघुवंश बाबू की पहल पर सरकार आगे आई है। इससे बहुत उम्मीद बंधी हैं। उन्होंने बताया कि इधर 26 जून 2020 में जिलास्तर से राज्य मुख्यालय को बड़ा मूर्ति स्थल, पुस्तकालकय-वाचनालय, चहारदीवारी व एक गेट बनाने का प्रस्ताव गया है।  


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