बालिका शिक्षा को लेकर जागरुकता आना समाज व राज्य के लिए अच्छे संकेत: नगर विकास मंत्री
राधाकृष्ण केडिया बालिका विद्यालय में हुई स्वर्ण जयंती समारोह, राधाकृष्ण केडिया की मूर्ति का अनावरण, राज्य सरकार बालिका शिक्षा को लेकर काफी गंभीर है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नगर विकास सह आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि बालिका शिक्षा को लेकर जागरुकता आई है। समाज व राज्य के लिए अच्छे संकेत हैं। बालिका किसी भी क्षेत्र में अब पीछे नहीं हैं। उक्त बातें मंत्री ने राधाकृष्ण केडिया बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के मौके पर कहीं। उन्होंने कहा कि स्कूल जाने वाली बालिकाओं की संख्या बढ़ी है। राज्य सरकार बालिका शिक्षा को लेकर काफी गंभीर है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चल रही हैं।
सरकार की विभिन्न योजनाओं का असर धरातल पर दिख रहा है। समारोह के दौरान राधाकृष्ण केडिया की मूर्ति का अनावरण व स्कूल की एक पत्रिका विमोचन किया गया। विषय प्रवेश कराते हुए प्रधानाध्यापक रविन्द्र कुमार चौधरी ने स्कूल की वर्तमान स्थिति एवं उपलब्धियों से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि शिक्षा देना पुण्य का कार्य है। ऐसे कार्यक्रम के आयोजन को संपन्न कराने में अपने पारिवारिक मोह को छोड़कर लगाना पड़ता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व विधान पार्षद डॉ. नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि इस स्कूल में कमजोर वर्ग की छात्रा पढ़ती है। आज के कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि ये विद्यालय किसी बड़े निजी स्कूल से उत्तम है। अन्य स्कूलों को प्रेरणा लेकर इस मशाल को अच्छी तरह से जलाना चाहिए।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के समन्वयक डॉ. फूलगेन पूर्वे ने कहा कि यह विद्यालय बिहार के बड़े स्कूलों को पीछा करते हुए भुवनेश्वर में आयोजित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में बी प्लस का ग्रेड लाया है। इस अवसर पर स्कूल की ओर से संस्थापक पुत्र राजकुमार केडिया को ऐसे कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। स्कूल की छात्राओं ने गणेश वंदना, सरस्वती वंदना लोकगीत, राष्ट्रगीत एवं बाल विवाह पर नाटक प्रस्तुत किया।
राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान, नाटक, खेल में स्थान लाने वाले छात्राओं को मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया। मौके पर संघ के उमाकिंकर ठाकुर, जीयन प्रसाद राय, रत्नेश्वर प्रसाद, सुरेन्द्र पाण्डेय, अजीत कुमार, मनोरंजन कुमार, प्रियरंजन कुमार, प्रो. मोती प्रसाद सिंह, अनुराधा सिंह आदि मौजूद थे। मंच संचालन डॉ. मो. समी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मो. तनवीर ने किया।