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Muzaffarpur Weather Forecast : खुशखबरी, अभी जिले में बारिश की नहीं कोई आशंका, निश्चिंत होकर करें अपना-अपना काम, जानिए विभाग का पूर्वानुमान

Muzaffarpur Weather Forecast पूर्वानुमान के मुताबिक तीन अक्टूबर तक उत्तर बिहार में हल्के बादल छाए रह सकते हैं। हालांकि आमतौर पर मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। इस दौरान अधिकतम तापमान 31-33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।

By Ajit KumarEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 10:05 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 12:05 PM (IST)
Muzaffarpur Weather Forecast : खुशखबरी, अभी जिले में बारिश की नहीं कोई आशंका, निश्चिंत होकर करें अपना-अपना काम, जानिए विभाग का पूर्वानुमान
इस अवधि में 10 किमी की रफ्तार से पछिया हवा चल सकती है।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Muzaffarpur Weather Forecast : उत्तर बिहार के लोगों के लिए एक खुशखबरी है। मौसम विभाग ने कहा है कि अभी मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में बारिश होने की आशंका नहीं है। मौसम प्राय: शुष्क ही रहेगा। ऐसा में लोग अपने-अपने कार्य को बिना किसी प्रकार की चिंता किए पूरा करने में जुट जाएं। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर की ओर से मंगलवार को जारी पूर्वानुमान के मुताबिक तीन अक्टूबर तक उत्तर बिहार में हल्के बादल छाए रह सकते हैं। हालांकि, आमतौर पर मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। इस दौरान अधिकतम तापमान 31-33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। इस अवधि में 10 किमी की रफ्तार से पछिया हवा चल सकती है। पूर्वानुमान की अवधि में सुबह में आर्द्रता 70-80 और दोपहर में 55-65 प्रतिशत रहने की संभावना है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मौसम विभाग ने मंगलवार को अधिकतम तापमान 33.1 व न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री रिकार्ड किया।

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पूर्वानुमान के अनुसार धान की जो फसल दुग्धाअवस्था में आ गई है उसको गंधी बग कीट से निगरानी करें। इस कीट के शिशु एवं प्रौढ़ दोनों प्रारंभ में धान की कोमल पत्तियों तथा तनों का रस चूसते हैं। जिससे पत्तियां पीली होकर कमजोर हो जाती हैं। इससे पौधों की बढ़वार बाधित हो जाती है। यह बालियों का रस चूसना प्रारंभ कर देती हैं। जिससे दाने खोखले एवं हल्के हो जाते हैं।

धनवान निकलने की अवस्था में जो मक्का की फसल आ गयी हो उसमें 30 किलोग्राम नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेशन करें। कीट एवं रोग व्याधि की निगरानी फसल में नियमित रूप से करें। मिर्च की फसल में विषाणु रोग से ग्रसित पौधों को उखाड़कर जमीन में गाड़ दें।

फूलगोभी की पूसा अगहनी, पूसा, पटना मेन, पूसा सिंथेटिक-1, पूसा शुभा पूसा शरद, पूसा मेघना काशी कुवारी एवं अली स्नोबॉल आदि किस्मों की रोपाई करें। फूलगोभी की पिछात किस्मो जैसे माघी, स्नोकिंग, पूसा स्मोकिंग-1, पूसा-2, पूसा स्नोवाल-16, पूसा स्नोबॉल 1 की नर्सरी में बुआई के लिए खेत की तैयारी शुरू करें। पत्तागोभी की प्राइड ऑफ इंडिया, गोल्डेन एकर, पूसा मुक्ता, पूसा अगेती एवं अली ड्रम हेड किस्मों की बुवाई नर्सरी में करें। 


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