बेहतर पहल: शादी में कार्ड की जगह गीता, कार की जगह ई-रिक्शा का करेंगे उपयोग
जूनियर साइंटिस्ट क्लब ने शुरू किया अभिनव प्रयोग, सामाजिक मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने का प्रयास, ग्लोबल वार्मिंग के प्रति जागरूकता के लिए शादी समारोह को बनाया जरिया।
दरभंगा, जेएनएन। मिथिलांचल में शादी का मौसम शुरू हो चुका है। इसके साथ ही शुरू हो चुकी है शादी समारोहों में फिजूलखर्ची का सिलसिला। इन सब के बीच जूनियर साइंटिस्ट क्लब की ओर से एक अभिनव प्रयोग सामने आ रहा है। सामाजिक मसलों व पर्यावरणीय खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इस क्लब ने शादी समारोह को ही माध्यम बनाया है। पूरी टीम इस कार्य में जुटी हुई है। क्लब के संस्थापक श्रवण कुमार की 9 फरवरी को होने वाली शादी से इस अभियान की शुरुआत की जाएगी।
इसमें कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं ताकि लोग शादी समारोह में फिजूलखर्ची से बचें। अभियान के तहत शादी का न्योता देने के लिए महंगे कार्ड नहीं बांटे जा रहे इसकी जगह गीता बांटी जा रही है। कार की जगह ई रिक्शा का उपयोग भी किया जाएगा। इसके साथ ही इस शादी के माध्यम से लोगों को अपनी संस्कृति से जुडऩे की अपील भी की जा रही है। ग्लोबल वार्मिंग के प्रति लोगों को जागरूक करना, शादी में मिलने वाले उपहारों को समाज हित में उपयोग करना व पर्यावरणीय खतरे को कम करने के लिए इस अवसर पर पौधरोपण इस अभियान का प्रमुख हिस्सा है।
गीता से जीवन का दर्शन होगा प्राप्त
शादी का न्योता देने के लिए महंगे कार्ड नहीं बांटे जा रहे। इसकी जगह गीता बांटी जा रही है। क्लब के सदस्यों का मानना है कि कार्ड कितना भी मंहगा क्यों ना हो, हमारे लिए वह उपयोगी नहीं होता। इसकी जगह मानव जीवन के लिए उपयोगी ग्रंथ गीता से लोगों को न केवल जीवन का दर्शन प्राप्त होगा, बल्कि गीताप्रेस को जीवित रखने में भी यह अभियान सहायक होगा।
ई-रिक्शा की सवारी करेंगे दूल्हा
शादी में दूल्हा महंगी कार में नहीं बल्कि ई-रिक्शा में चढ़ कर आएंगे। वहीं दुल्हन भी पारंपरिक डोली में जाएगी। इसका उद्देश्य महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देना व आडंबर को खत्म करना है। कार से प्रदूषण बढ़ता है, जबकि ई-रिक्शा पर्यावरण के नजरिए से बेहतर विकल्प है।
जागरूकता के लिए लगेंगे स्टॉल
राज परिसर स्थित श्यामा माई विवाह भवन में होने वाले इस विवाह के अवसर पर क्लब की ओर से स्टॉल लगाकर लोगों को ग्लोबल वार्मिंग के प्रति जागरूक किया जाएगा। इसके माध्यम से पौधरोपण को बढ़ावा देने के साथ ही शादी समारोहों में भोजन की बर्बादी को रोकने की अपील की जाएगी।
अतिथियों को मिलेगा पौधों का उपहार
शादी में दूल्हा-दुल्हन तो पौधरोपण करेंगे ही, उसकी सुरक्षा का भी जिम्मा लेंगे। इसके साथ ही शादी समारोह में भाग लेने वाले सभी अतिथियों को उपहार स्वरूप पौधे भेंट किए जाएंगे जिसे वे अपने घर या अगल-बगल में लगा सकते हैं।
स्कूल के विकास में खर्च होगी उपहार की राशि
शादी में दूल्हा-दुल्हन को मिलने वाली उपहार की राशि का सामाजिक उपयोग किया जाएगा। यह राशि शहर के मुशा साह मध्य विद्यालय के विकास में खर्च की जाएगी। दुल्हन ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई इसी स्कूल से पूरी की है। शादी समारोह में जागरूकता से संबंधित कई इवेंट्स भी आयोजित किए जाएंगे।
शादी को यादगार व प्रेरणादायी बनाने की मुहिम
कार्ड की जगह गीता के वितरण में जुटे क्लब के सदस्य अक्षिता व विकास कुमार राय ने बताया कि यह शादी आम समारोहों से अलग होगी। इसका एक खास मकसद है समाज को जागरूक करना। इसी उद्देश्य से क्लब ने यह रूपरेखा तय की है ताकि समाज के अन्य लोग भी इसे अपनाएं।
पूर्व रक्षा वैज्ञानिक प्रो. एमबी वर्मा ने कहा कि जूनियन साइंटिस्ट क्लब का यह प्रयास सराहनीय है। यह सामाजिक जागरूकता का प्रश्न है। समाज को इसे संजीदगी के साथ समझने की जरूरत है। हालांकि, ऐसे बदलाव किसी एक आयोजन से होना मुमकिन नहीं। इसके लिए जड़ से शुरुआत करनी होगी।