बालिका गृह मामला: जेल में बंद रामानुज ने वकील मुहैया कराने की कोर्ट में भेजी अर्जी
अर्जी पर सुनवाई के बाद उचित पाए जाने पर कोर्ट सरकारी खर्च पर वकील मुहैया कराने का दे सकता आदेश, ब्रजेश व अन्य आरोपितों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से कल होगी पेशी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बालिका गृह यौन हिंसा मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद रामानुज ठाकुर उर्फ मामू ने वकील मुहैया कराने की अर्जी विशेष कोर्ट में भेजी है। यह अर्जी उसने खुदीराम बोस केंद्रीय कारा मुजफ्फरपुर के माध्यम से भेजी है। वह फिलहाल इसी जेल में बंद है। उसकी अर्जी पर गुरुवार को विशेष कोर्ट में सुनवाई होगी।
कोर्ट के समक्ष लगाई थी गुहार
पिछली तारीख को वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी के दौरान रामानुज ठाकुर ने विशेष पॉक्सो कोर्ट से गुहार लगाई थी। उसने अपनी लाचारी जताते हुए कहा था कि खराब आर्थिक स्थिति के कारण वह मुकदमे की पैरवी के लिए वकील रखने की स्थिति में नहीं है। इससे वह पुलिस पेपर नहीं ले पा रहा है।
विशेष पॉक्सो कोर्ट के न्यायाधीश आरपी तिवारी ने उसे इस संबंध में जेल अधीक्षक के माध्यम से अर्जी भेजने का निर्देश दिया था। इस अर्जी पर सुनवाई के बाद उचित पाए जाने पर उसे सरकारी खर्च पर डिफेंस पैनल से वकील मुहैया कराए जाने का आश्वासन भी दिया था। इसी निर्देश के आलोक में उसने यह अर्जी भेजी है।
आरोप तय किए जाने की शुरू होगी प्रक्रिया
इस मामले में 20 चार्जशीटेड आरोपितों में से 19 को सीबीआइ पुलिस पेपर दे चुकी है। रामानुज ही एक मात्र बचा आरोपित है, जिसे पुलिस पेपर नहीं दिया जा सका है। कोर्ट से अगर उसे वकील मुहैया कराने का आदेश दिया जाता है तो उसे भी पुलिस पेपर दे दिया जाएगा। इससे मामले की एक अहम कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद आरोप तय किए जाने की प्रक्रिया शुरू करने की अड़चन समाप्त हो जाएगी।
ब्रजेश व अन्य आरोपितों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से होगी पेशी
पटियाला जेल में बंद मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर, बेउर जेल में बंद बाल संरक्षण इकाई के तत्कालीन सहायक निदेशक रोजी रानी, बाल संरक्षण पदाधिकारी रवि रोशन व अन्य आरोपितों एवं मुजफ्फरपुर जेल में बंद मधु तथा अन्य आरोपितों की वीडियो कांफ्रेंसिंग से विशेष कोर्ट में पेशी कराई जाएगी। सभी आरोपितों की न्यायिक हिरासत की अवधि गुरुवार को पूरी हो रही है। विशेष कोर्ट में पेशी के बाद सभी की न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ाने को लेकर सुनवाई होगी।