गंडक नदी दस मीटर बगहा शहर की ओर बढ़ी, लोगों में भय, प्रशासन के हाथ-पांव फूले
West Champaran News नगर को बचाने के लिए बनाए गए सुरक्षात्मक बांध का नदी ने शुरू किया कटाव पारसनगर व आनंद नगर के लोग भयभीत। गंडक का रौद्र रुप देख सभी सावधान। सूचना पर तत्काल उठाए गए जरूरी कदम। कटाव की गति थमने तक मौके पर मौजूद थे अधिकारी।
बगहा (पचं), जासं। पानी घटने के साथ ही गंडक ने अपना रौद्र रुप दिखाना शुरू कर दिया है। नगर क्षेत्र के पारसनगर व आनंदनगर में अचानक कटाव करना आरंभ कर दिया। स्थानीय लोग भयभीत हो गए। देखते ही देखते ही मिट्टी की बड़ी चट्टान नदी में समाने लगी। धारा के तेज आवाज से मोहल्ले वासियों की नींद खुली। जो जिस हालत में था। वह उसी हालत में नदी की तरफ भागा। नदी के पास जाने पर पता चला कि तेजी से कटाव हो रहा है। नदी करीब दस मीटर कटाव कर नगर की ओर बढ़ चुकी थी। यहां से लोगों के घर पांच से सात मीटर की दूरी हैं।
अधिकारियों ने सामने ही करवाया कटावरोधी कार्य
नदी के रौद्र रुप को देख सभी सकते में आ गए। तत्काल अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। जल संसाधन विभाग के अभियंता पहुंचने में देर कर रहे थे लोगों ने इसकी जानकारी विधान परिषद सदस्य भीष्म सहनी को दी। सूचना को गंभीरता से लेते हुए बगहा एसडीएम दीपक कुमार मिश्र, एसडीपीओ कैलाश प्रसाद व जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के साथ कटावस्थल पर पहुंचे। नदी की धारा व कटाव को देखते हुए तत्काल कटावरोधी कार्य कराने का निर्देश दिया। अपने सामने ही कटावरोधी कार्य आरंभ कराया।
कटाव की गति थमी तो वापस लौटे अधिकारी
जिला आपदा पदाधिकारी अनिल राय भी कटाव स्थल पर पहुंचे और कैंप कर कटावरोधी कार्य का कराया। सुबह के करीब तीन बजे कटाव की गति थमी तो अधिकारी वापस लौटे। एसडीएम ने कटावरोधी कार्य निरंतर कराते रहने का आदेश दिया। ताकि पारसनगर के लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। रविवार को किसान अपने केले को नदी में विलीन होते देखते रहे। कच्चे घर अब कुछ ही दूरी पर हैं। ऐसी स्थिति को देख लोगों में भय व्याप्त है। यहां जब बाढ़ का पानी कम हुआ तो नदी में अचानक कटाव शुरू हो गया।