Weather Forecast: कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी के कारण कड़ाके की ठंड, अभी कंपकंपाएगी पछिया हवा
मौसम विभाग का पूर्वानुमान उत्तर बिहार में दो-तीन दिन ऐसा ही रहनेवाला। बेजान धूप बादल पछिया हवा इन सबका अंश एक साथ।
समस्तीपुर, जेएनएन। ठंड अपने चरम पर है। बेजान धूप, बादल, पछिया हवा इन सबका अंश एक साथ देखा जा रहा। इन सबके बीच में ठंड में कोई कमी नहीं। वह अपनी रफ्तार में चल रही। कभी-कभार तापमान दो-चार डिग्री जरूर ऊपर-नीचे हो जाते हैं। लेकिन, इसका असर ठंड के कहर पर शायद ही पड़ता है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तर बिहार में दो-तीन दिन ऐसा ही रहनेवाला है। ठंड और पछिया हवा अभी कंपकंपाएगी। सोमवार को दिनभर बादलों की लुकाछिपी चलती रही। पिछले एक सप्ताह से मौसम का यह दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि हिमाचल व जम्मू कश्मीर में हो रही बर्फबारी एवं सर्द पछिया हवा चलने के कारण ठंड चरम पर है।
ठंड से जनजीवन प्रभावित
ठंड, पछिया हवा और कोहरे का जनमानस पर व्यापक असर पड़ रहा। शाम होते ही सड़कों और बाजारों में सन्नाटा पसर जा रहा। कोहरे या कनकनी रहने के कारण लोग जल्दी घरों से नहीं निकल रहे। सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहा। ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रहीं। जिले में कई स्थानों पर प्रशासन की ओर से अलाव जलवाया गया है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में अभी इसका अभाव दिख रहा।
लेट से गईं ट्रेनें
ठंड का असर ट्रेनों के परिचालन पर भी पड़ रहा। इससे यात्रियों की समस्या बढ़ी है। दूर-दराज से आनेवाली ट्रेनें चार से पांच घंटे तक विलंब हो रहीं। कुछ तो निरस्त कर दी गई हैं। बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, गोंदिया एक्सप्रेस, लखनऊ बरौनी एक्सप्रेस आदि कई ट्रेनें समस्तीपुर स्टेशन पर विलंब से पहुंचीं। इन सभी ट्रेनों से यात्रा करनेवाले यात्री परेशान रहे। ठंड में उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही।
कपकपाती ठंड से बेहाल हुए लोग
उजियारपुर प्रखंड क्षेत्र में व्याप्त भीषण ठंड से लोग बेहाल हो रहे हैं। मनुष्य से लेकर पशु-पक्षी को भी हाड़ हिला देनेवाली ठंड काफी पीड़ा दे रही है। लोग कम समय के लिए ही घर से निकल रहे हैं। थोड़ी देर के लिए धूप निकलता भी है तो उसका ज्यादा असर नहीं दिखता। सरकारी दफ्तरों में भी लोगों का आना- जाना कम हो गया है। मवेशियों के साथ-साथ बच्चे और वृद्ध ठंड की चपेट में आ रहे हैं।
वहीं, प्रशासन की ओर से ठंड से बचने का उपाय नदारद है। जबकि, कतिपय समाजसेवियों द्वारा अपने स्तर से गर्म वस्त्रों का वितरण किया गया है। परंतु यह पर्याप्त नहीं है। बसढिय़ा निवासी समाजसेवी सत्यनारायण ङ्क्षसह ने चैता, रेवाड़ी, कोरबद्धा, अंगारघाट आदि जगहों पर कई वृद्धजनों को गर्म वस्त्र दिया है।