एसपी कार्यालय का कर्मी बता नौकरी के नाम पर डेढ़ लाख की ठगी Darbhanga News
झांसे में आया इस्माइलगंज का युवक दोस्त एवं उसकी दो बहनों से भी दिलाया दिए पैसे। साक्षात्कार के लिए पत्र मिलने पर कथित कर्मी को खोजते हुए पहुंचा एसएसपी कार्यालय।
दरभंगा, जेएनएन। एसपी कार्यालय का कर्मी बता नौकरी के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले को लेकर एसएसपी बाबू राम ने पीडि़त के आवेदन पर संज्ञान लिया है। उन्होंने लहेरियासराय थानाध्यक्ष को प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तारी का आदेश दिया है। बताते हैं कि लहेरियासराय के इस्माइलगंज मोहल्ला निवासी राजा राम के पुत्र रतन कुमार को दारुभट्टी चौक स्थित एक चाय की दुकान पर लक्ष्मण कुमार सोनी से भेंट हुई और बातचीत क्रम में दोनों में नजदीकी हुई।
इसके बाद आरोपित लक्ष्मण कुमार सोनी ने अपने को एसपी कार्यालय का कर्मी बताते हुए सरकारी नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिया। कहा कि तुम्हें वायरलेस ऑपरेटर के रूप नियुक्त करा दूंगा। अगर दो-चार और लोग होंगे तो उन्हें भी नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। झांसे में आकर रतन ने अपने मोहल्ले के ही दोस्त लक्ष्मण साह, उसकी दो बहनें जूली और बेबी को नौकरी दिलाने के लिए भेंट कराया। जहां रतन और लक्ष्मण से 60-60 हजार रुपये और जूली और बेबी के नाम पर 15-15 हजार रुपये ले लिया।
इस माह 10 अगस्त को रतन सहित अन्य लोगों के नाम से एक रजिस्ट्री पत्र मिला। जिसमें भारत सरकार का लोगों लगा था और प्रेषक में पुलिस निरीक्षक कार्यालय दरभंगा अंकित था। इसमें अंत में पुलिस उप महानिरीक्षक कार्यालय का मुहर लगा था। जिसपर वरिष्ठ पदाधिकारी का हस्ताक्षर है। पत्र में पीडि़त आवेदकों को रोजगार समाचार में प्रकाशित सूचना के आलोक में साक्षात्कार के लिए चयनित होने की बात कही गई है। 28 सितंबर 2019 को दिन के 01.15 बजे में संघ लोक सेवा आयोग कार्यालय में मूल प्रमाण पत्र, फोटो के साथ साक्षात्कार के लिए उपस्थित होने की बात उल्लेखित है।
आवेदक को साक्षात्कार के लिए यात्रा भत्ता देय होने, उपस्थित नहीं होने पर पात्रता निरस्त करने और साक्षात्कार के लिए निर्धारित समय से 45 मिनट पहले रिपोर्ट करने की बात निर्देशित है। इस पत्र में कई अशुद्धियां भी हैं। मसलन, पुलिस निरीक्षक कार्यालय की जगह पुलिस निरेक्षक कार्यालय और रोजगार समाचार की जगह राजगार समाचार अंकित है। बहरहाल, आवेदक साक्षात्कार के लिए कार्यालय का पता लगाते हुए आरोपित सोनी को खोजने मंगलवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचा। जहां लक्ष्मण कुमार सोनी नामक कर्मी नहीं मिला। पता करने पर इस नाम से किसी कर्मी के नहीं होने की जानकारी मिली।
पूछे जाने पर साक्षात्कार से संबंधित पत्र दिखाया। जिसे कार्यालय के कर्मियों ने फर्जी बताया। इसके बाद पीडि़त के होश उड़ गए। इधर, एसएपी राम ने युवाओं से इस तरह की ठगी से बचने की सलाह दी है। कहा कि संघ लोक सेवा आयोग पदाधिकारी लेवल के लिए है। इस तरह के झांसेबाजों से अलर्ट रहें। उन्होंने पीडि़त के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश दिया है।