जान बचाने को मगरमच्छ से भिड़ गया शख्स, आंख में घुसा दी उंगली, जानिए पूरा वाकया
अहिरवलिया गांव के समीप तिरहुत नहर से निकल आया मगरमच्छ। शादी समारोह में शामिल होने छत्रौल जा रहे थे जख्मी घुरा चौधरी। मगरमच्छ ने अचानक कर दिया हमला।
पश्चिम चंपारण, जेएनएन। पानी से निकलकर अचानक एक मगरमच्छ हमला बोल दे तो फिर अच्छे अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाएगी। लेकिन पश्चिम चंपारण के बगहा के एक शख्स के साथ जब ऐसी विकट स्थिति आई तो उन्होंने धैर्य बनाए रखते हुए बहादुरी के साथ मगरमच्छ का मुकाबला किया और लड़कर खुद की जान बचाई। उन्होंने हिम्मत दिखाई और उंगली मगरमच्छ के आंख में घुसा दी। इससे उनकी जान बच सकी। उसके लगातार हमले से मगरमच्छ ने शख्स को छोड़ा। हालांकि इस हमले में वे बुरी तरह से जख्मी हो गए और फिलहाल अनुमंडलीय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
घटना बगहा एक प्रखंड के अहिरवलिया गांव के समीप हुई। पीडि़त घुरा चौधरी (45) बगहा दो प्रखंड के शेरहवा गांव के निवासी हैं। शनिवार की सुबह अपने घर से छत्रौल स्थित रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकले। अहिरवलिया गांव के समीप तिरहुत नहर पर वे शौच के लिए रुके और नहर किनारे बढ़े। इसी बीच पानी में छिपे विशालकाय मगरमच्छ ने हमला बोल दिया। इस अप्रत्याशित हमले के दौरान मगरमच्छ ने घुरा के बांए हाथ को जबड़े में जकड़ लिया और उन्हें पानी में खींचने लगा। लेकिन घुरा ने हिम्मत दिखाई और मगरमच्छ की आंख में उंगली घुसा दी।
इस बीच वे शोर मचाते रहे, लेकिन सुनसान इलाका होने के कारण कोई उनकी मदद को नहीं आया। दूसरी ओर लगातार हमले से मगरमच्छ पीछे हट गया और घुरा उसके चंगुल से निकल गए। वे नहर किनारे से किसी तरह से उठे और सड़क की ओर भागे। सड़क किनारे पहुंचते-पहुंचते रक्तस्त्राव के कारण वे बेहोश हो गए। कुछ देर बाद सड़क से गुजर रहे राहगीरों की नजर पड़ी तो वाक्या समझते देर नहीं लगी।
राहगीरों की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। सूचना पर परिजन भी अस्पताल पहुंच चुके हैं। चिकित्सक डॉ. एसपी अग्रवाल ने बताया कि उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। घटना की सूचना मिलने के बाद नहर पर लोगों की भीड़ जुट गई है। घुरा की बहादुरी की चर्चा हर जुबान पर है।
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