मुजफ्फरपुर में एईएस से चार और बच्चों की मौत, छह भर्ती Muzaffarpur News
मोतिहारी-पताही की रूहानी कुमारी गंभीर स्थिति में पटना रेफर। इस मौसम में अब तक 142 बच्चों की हो चुकी मौत 534 कराए गए भर्ती।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एसकेएमसीएच में रविवार को एईएस से चार और बच्चों की मौत हो गई, जबकि पांच को भर्ती कराया गया है। इसमें मोतिहारी, पताही की रूहानी कुमारी को गंभीर स्थिति में पटना रेफर कर दिया गया है। मृतकों की पहचान सीतामढ़ी, बेलसंड के सत्यम कुमार, मोतिहारी, मेहसी के नीरज कुमार, साहेबगंज की रूबी कुमारी व मोतीपुर की संध्या कुमारी के रूप में हुई है।
इधर, केजरीवाल अस्पताल में भी एक बच्ची को भर्ती कराया गया। शुक्रवार और शनिवार को हुई बारिश से मौसम में ठंडक के बाद एईएस की भयावहता थोड़ी शांत हुई है। शनिवार को एसकेएमसीएच में एक बच्चे की मौत हो गई थी, जबकि सात बच्चों को भर्ती कराया गया। इस मौसम में एसकेएमसीएच और केजरीवाल मिलाकर कुल 142 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं, 534 भर्ती कराए गए।
ये हुए भर्ती
एसकेएमसीएच में मोतिहारी, पताही के मो. जीशान, मोतीपुर के विवेक कुमार, गायघाट की प्रीति कुमारी, अहियापुर की उषा कुमारी, मोतिहारी, पीपरा के गुड्डू कुमार व केजरीवाल अस्पताल में कांटी दामोदरपुर की सोनम कुमारी को भर्ती कराया गया है।
समस्तीपुर में एईएस के पहुंचे सात नए मरीज, दो रेफर
समस्तीपुर जिले में एईएस का कहर लगातार बढ़ रहा है। रोजाना नए मामले सामने आ रहे है। हालांकि, चिकित्सकीय टीम लगातार इलाज कर बच्चों की जान बचाने में कामयाब भी हो रहे है। सदर अस्पताल में शनिवार की रात्रि एक और रविवार को एईएस से पीडि़त छह मासूम बच्चे चिकित्सा के लिए पहुंचे। इसमें से दो को चिकित्सक ने पीएमसीएच रेफर कर दिया।
जानकारी के अनुसार विभूतिपुर निवासी रङ्क्षवद्र दास के एक वर्षीय पुत्र अंकित कुमार, वारिसनगर निवासी मो. शाहिद के आठ महीने के पुत्र फरहान राजा, पवन दास के एक वर्षीय पुत्र आयुष कुमार, दलसिंहसराय निवासी मुमताज आलम के पांच वर्षीय पुत्र शेराज आलम, जितवारपुर निवासी रुदल राय की छह वर्षीय पुत्री नेहा कुमारी, दौलतपुर निवासी जयकांत पासवन की आठ वर्षीय पुत्री सहाना कुमारी और मोहनपुर निवासी बबलू दास की दो वर्षीय पुत्री सोनाक्षी कुमारी इलाज के लिए पहुंचे। सभी को तत्काल एईएस वार्ड में भर्ती कर चिकित्सा शुरू हुई। जबकि, आयुष कुमार और शेराज आलम को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया।
वार्ड की व्यवस्था में हुआ सुधार
सदर अस्पताल के एईएस वार्ड में दवा रखने के आलमीरा दी गई है। जबकि, पूर्व में इसके नहीं रहने की वजह से दो-दो बेड पर दवा रखने की मजबूरी बनी हुई थी। इससे इलाज के लिए पहुंचने वाले मासूम बच्चों को भी परेशानी हो रही थी। साथ ही मरीजों के बेहतर चिकित्सा को लेकर चिकित्सक और कर्मियों को विशेष रूप से निर्देश भी दिया गया है।
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