लूट की प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों को बैरंग लौटाया
बिथान थानाध्यक्ष ने कहा रोज होते हैं ऐसे मामले ! जाइये चंदाकर आपको 12 हजार रुपये भिजवा दूंगा ! प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने दैनिक जागरण की खबर को लेकर किया ट्वीट पुलिस प्रशासन पर उठाए सवाल ।
समस्तीपुर,जासं। चार दिन पूर्व हसनपुर बाजार के युवा व्यवसायी रौनक कुमार ड्रोलिया से खैरकोट पुल के निकट अज्ञात अपराधियों ने पिस्तौल के बल पर 12 हजार रुपये लूट लिया था। इस मामले में थाना में प्राथमिकी दर्ज नहीं किए जाने को लेकर बिहार प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच के प्रांतीय अध्यक्ष प्रशांत खंडेलिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री, मुख्य सचिव बिहार सरकार, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव बिहार सरकार, पुलिस महानिरीक्षक, दरभंगा एवं पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। भेजे गए आवेदन पत्र में प्रांतीय अध्यक्ष ने बताया है कि अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच एक अग्रणी स्वयंसेवी संस्था है। सम्पूर्ण भारत में इसकी सात सौ शाखाएं और बिहार में 60 से अधिक शाखाएं जनसेवा, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में कार्यरत है तथा अखंड और विकसित भारत के प्रति समर्पित है। बावजूद 09 जनवरी को हसनपुर शाखा के कोषाध्यक्ष रौनक कुमार ड्रोलिया को बिथान बाजार से लौटने के क्रम में खैरकोट पुल के पास अज्ञात बदमाशों द्वारा 12 हजार रुपये लूट लिया। मंच के हसनपुर शाखा के प्रतिनिधि मंडल प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए बिथान थानाध्यक्ष संतोष कुमार से मिले तो उनके द्वारा कहा गया कि ऐसी घटनाएं रोज होती रहती है, इसमें मैं क्या कर सकता हू। साथ ही उन्होंने कहा कि आप लोग पैसे वाले मारवाड़ी हैं। जाइए, हम सभी बिथान थाने की पुलिस आपस में चंदा कर आपको 12 हजार रुपये दिलवा दूंगा। आवेदन पत्र में प्रांतीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि अगर मामले की प्राथमिकी दर्ज हो जाती तो अपराधियों का मनोबल अवश्य कमजोर होता। मगर बिथान थानाध्यक्ष प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय अपराधियों का हौसला बढ़ाने का काम किया है। पांच दिनों के अंदर बिथान थानाध्यक्ष के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई नहीं की गई तो मंच आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इधर, बिथान थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने पूछे जाने पर कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है जिसकी संख्या 9/ 2021 है। उन्होंने मारवाड़ह युवा मंच के द्वारा लगाए गए आरोप को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है। कहा कि इस तरह की बातें न तो उन्होंने कही है और नहीं कभी कहने की सोंच सकते हैं।