पीएनबी और सेंट्रल बैंक की चार शाखाओं पर होगी प्राथमिकी
बाढ़ राहत वितरण में शिथिलता बरतने वाली पंजाब नेशनल बैंक की दो शाखाओं बरुआरी व भूसरा तथा सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की दो शाखाओं औराई व धनौर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
मुजफ्फरपुर। बाढ़ राहत वितरण में शिथिलता बरतने वाली पंजाब नेशनल बैंक की दो शाखाओं बरुआरी व भूसरा तथा सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की दो शाखाओं औराई व धनौर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। बैंकों की शिथिलता से 9000 परिवार राहत राशि से वंचित होकर प्रखंड तक चक्कर लगाने को मजबूर हैं। आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बैंक के खजाने में राशि देने के बावजूद भुगतान नहीं होने पर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने चिह्नित चार शाखाओं पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है। समाहरणालय के सभाकक्ष में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ व बारिश से होने वाली परेशानी से निपटने के लिए प्रशासन हर स्तर पर तैयार है। अगले दो दिनों में जिले में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है। सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राहत को 148 नाव उपलब्ध
आपदा अपर समाहर्ता अतुल वर्मा ने बताया कि सभी बाध सुरक्षित हैं। सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित कटरा, औराई के साथ गायघाट, मुशहरी, बंदरा, बोचहां, मीनापुर, मुरौल पर निगरानी रखी जा रही है। अब तक किसी भी गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश नहीं किया है। सरकारी और निजी मिलाकर कुल 148 नाव उपलब्ध हैं। एसडीआरएफ की दो टीमें उपलब्ध हैं। 13 मोटर बोट, 130 लाइफ जैकेट और पर्याप्त संख्या में पॉलीथिन उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा, पीएचईडी, पशुपालन, आपूर्ति, कृषि एवं अन्य विभागों को संभावित आपदा से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। जहां भी सामुदायिक किचन खुलेगा वहां स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रभारी होंगे।
निगम क्षेत्र में चल रहा अभियान :
नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने कहा कि लगातार बारिश से शहर में हुए जलजमाव से निजात दिलाने के लिए निगम मुस्तैदी से काम कर रहा है। वह खुद जलजमाव वाले इलाके में जाकर निरीक्षण कर रहे तथा जलनिकासी की पहल चल रही है। इन बातों का रखें ध्यान
- बारिश व बाढ़ को लेकर सतर्कता बरतें एवं अफवाह पर ध्यान नहीं दें।
- नदी तालाबों एवं जलजमाव क्षेत्रों में नहीं जाएं तथा बच्चों को दूर रखें।
-ऊंचे स्थान पर जाकर शरण लें तथा जरूरी सामान की सुरक्षा करें।
- सरकारी स्कूल को बंद रखने और सभी पदाधिकारियों की छुट्टी रद की गई हैं।