राशि रहते नहीं बनी सड़क, अनशन पर बैठे पूर्व विधायक Muzaffarpur News
जर्जर जवाहर लाल रोड व घिरनी पोखर के जीर्णोद्धार को लेकर पूर्व विधायक का अनशन। घिरनी पोखर को कचरे से भर देने के कारण आसपास के इलाके का भू-जल का स्तर गिरा।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। एक ओर जर्जर जवाहर लाल रोड पर शहरवासी हिचकोले खा रहे हैं। पूरी तरह से टूट चुकी इस सड़क पर गिरकर घायल हो रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर इस सड़क के निर्माण को सरकार से मिला सवा करोड़ रुपये पांच साल से नगर निगम के खजाने की शोभा बढ़ा रहे हैं। जवाहर लाल रोड एवं घिरनी पोखर के जीर्णोद्धार की मांग को लेकर अनशन पर बैठे पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी ने यह आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। शहरवासियों को विकास के झूठे सपने दिखा रहे हैं। दो साल से जवाहर लाल रोड के निर्माण के झूठे वादे कर रहे हैं। जबकि पूर्व महापौर वर्षा सिंह के कार्यकाल वर्ष 2014 में ही सरकार ने इस सड़क के निर्माण के लिए सवा करोड़ रुपये आवंटित किए थे। आखिर उस राशि का उपयोग क्यों नहीं हुआ?
उन्होंने कहा कि घिरनी पोखर को कचरे से भर दिया गया। इससे आसपास के इलाके में भू-जल का स्तर गिर गया। इसलिए पोखर का जीर्णोद्धार जरूरी है। अनशन कार्यक्रम में वार्ड पार्षद संजीव चौहान, पूर्व पार्षद मुकेश विजेता, चंद्रशेखर ठाकुर, उमेश मुखिया, डंपू चाचान, वीरेंद्र पटेल, विसिउल हक रिजवी, मनौवर कुरैशी, राम कुमार, राकेश कुमार पटेल, राम बाबू पटेल, तारणी पासवान, सुजीत कुमार चौरसिया, बंधु कुमार आदि उपस्थित थे। वहीं नॉर्थ बिहार चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष मोती लाल छापरिया व व्यवसायी संघ के शिव जलान ने अनशन स्थल पर उपस्थित होकर समर्थन किया।