कोने-कोने की सफाई करेगा फ्लोर क्लीनिंग रोबोट
अब रोबोट के माध्यम से कोने-कोने की सफाई की जा सकेगी। गर्वमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज की कंप्यूटर साइंस की छात्रा शुभांगी कुमारी ने फ्लोर क्लीनिंग रोबोट का मॉडल तैयार किया है।
मुजफ्फरपुर। अब रोबोट के माध्यम से कोने-कोने की सफाई की जा सकेगी। गर्वमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज की कंप्यूटर साइंस की छात्रा शुभांगी कुमारी ने फ्लोर क्लीनिंग रोबोट का मॉडल तैयार किया है। यह अल्ट्रोसोनिक सेंसर से लैस है और खुद चारों ओर घूमकर सफाई करने में सक्षम है। इसकी खासियत यह होगी कि सफाई के दौरान यदि कोई वस्तु या व्यक्ति सामने आ जाता है तो सेंसर की मदद से यह उसे देखकर अपनी दिशा खुद बदल सकता है। कंप्यूटर साइंस के शिक्षक प्रो.निखिल कुमार की देखरेख में इसे तैयार किया गया है। सोमवार को गर्वमेंट पॉलिटेक्निक में इस प्रोजेक्ट के साथ चार अन्य अनुदानित प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें ऑटोमेटेड पैडी फील्ड इरिगेशन सिस्टम, सन ट्रैकिग सोलर पैनल, लाइटनिग डार्क रूम बाइ सनलाइट विथ मोडिफाई पेरीस्कोप व ऑटोमैटिकली ऑन ऑफ सोलर वाटर हीटर शामिल है। इस प्रदर्शनी में प्राचार्य डॉ.कमलेश कुमार सिंह, इलेक्ट्रॉनिक्स के डॉ.हैदर व प्रो.वीरेंद्र, सिविल से प्रो. सेराज, इलेक्ट्रिकल से रामभूषण प्रसाद सिंह, अंग्रेजी विभाग के डॉ. सुधीर प्रसाद सिंह आदि उपस्थित हुए।
धान की खेती में कारगर होगा ऑटोमेटेड पैडी फील्ड इरिगेशन सिस्टम :
कॉलेज के ही विद्यार्थी प्रांजल पुष्त के नेतृत्व में इस प्रोजेक्ट को तैयार किया गया है। इसका निर्देशन कर रहे इलेक्ट्रिकल के प्रो. अमित गौरव ने बताया कि ऑर्डिनो तकनीक से निर्मित यह प्रोजेक्ट सेंसर पर आधारित है। इससे फायदा होगा कि धान के खेत में जैसे ही पानी की कमी होगी। यह सिस्टम उसे भांप लेगा और स्वत: उसकी सिचाई करने लगेगा। इससे पानी और बिजली दोनों की बचत होगी। वहीं मैकेनिकल के छात्र सिद्धांत कुमार के नेतृत्व में तैयार किए गए ऑटोमैटिकली ऑन ऑफ सोलर वाटर हीटर के गाइड प्रो. मनीष कुमार और प्रो. विनय रंजन, प्रो. बी कौसर हैं। यह तापमान बढ़ने और घटने पर स्वत: ऑन हो जाएगा। इलेक्ट्रिकल ब्रांच की ओर से सन ट्रैकिग सोलर पैनल की प्रस्तुति हुई। इसके टीम लीडर अमरजीत कुमार हैं। साथ ही यह सूरज की रोशन को फॉलो कर उसके अनुसार घूमेगा। इसके गाइड प्रो.उत्तम आनंद हैं। वहीं लाइटनिग डार्क रूम बाइ सनलाइट विथ मोडिफाई पेरीस्कोप को छात्र अनिमेश कुमार के नेतृत्व में तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट में किसी अंधेरा जगह या कमरे को रिफ्लेक्टिव लेंस से सूरज की रोशनी का सहारा लेकर प्रकाशमय बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का निर्देशन प्रो.बी कौसर कर रहे हैं।