सरैया बैंक लूटकांड : पांच लुटेरा गिरफ्तार, लूट के 3.21 लाख बरामद
सरैया थाना के ब्लॉक रोड स्थित उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में 18 फरवरी को हुई लूट की घटना का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है।
मुजफ्फरपुर : सरैया थाना के ब्लॉक रोड स्थित उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में 18 फरवरी को हुई लूट की घटना का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। इस लूट कांड में शामिल पांच लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके पास से लूट के 3.21 लाख रुपये बरामद किए गए हैं। लुटेरों के पास से तीन देसी कट्टा, एक पिस्टल, सात गोलियां, पांच मोबाइल, बैंक लूट के दौरान पहने कपड़े व चार बाइक बरामद की गई है। बैंक के सीसी फुटेज में मिलान कराने पर इसकी पुष्टि भी हुई। बैंक कर्मियों ने जो हुलिया बताया था वह सही निकला। इसकी जानकारी एसएसपी जयंतकांत ने शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाताओं दी।
ये हुए गिरफ्तार : सदर थाना के शेरपुर रतवाड़ा गांव का हरिशंकर पांडेय, रतवाड़ा मझौली के कामेश्वर राय, सरैया थाना के पोखरैरा गांव के कनक कुमार, ब्रह्मापुरा थाना के पाठक कॉलोनी कृष्णा टोली के मुकेश कुमार पाठक व अहियापुर थाना क्षेत्र के शेखपुर अखाड़ाघाट के करण कुमार शामिल है। हरिशंकर पांडेय के खिलाफ पारू व सरैया थाना में कई मामले दर्ज है। हत्या व आर्म्स एक्ट में उसके खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल हो चुका है। मुकेश कुमार को 2017 में शराब के मामले में ब्रह्मापुरा व 2019 में आर्म्स एक्ट में मोतीपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अहियापुर के शानू हत्याकांड में कनक व अन्य की संलिप्तता सामने आई है।
अपराध की साजिश रचते हुए गिरफ्तार : बैंक लूटकांड के बाद पुलिस को सूचना मिली कि सरैया थाना क्षेत्र के पोखरैरा में कुछ अपराधी लूट की साजिश रचने के लिए जमा हुए हैं। नगर पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह व एसडीपीओ सरैया राजेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर जब वहां छापेमारी की गई तो सभी गिरफ्त में आए। पूछताछ में सभी ने बैक लूट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इस टीम में करजा व सरैया थानाध्यक्ष एवं जैंतपुर ओपी अध्यक्ष शामिल थे। बेटी की शादी के लिए लूटे थे रुपये : शेरपुर रतवाड़ा का हरिशंकर पांडेय इस लूट कांड का मास्टर माइंड है। उसने बेटी की शादी के लिए इस लूटकांड को अंजाम दिया। हालांकि एसएसपी जयंतकांत ने इस तरह की जानकारी से इन्कार किया है। उन्होंने बताया कि उन्हें बस इतना पता है कि उसने अन्य साथियों के साथ बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया। ये रुपये कहां खर्च करना था उन्हें पता नहीं।