मुजफ्फरपुर में ATM फ्रॉड गिरोह के पांच बदमाश गिरफ्तार, 18 फर्जी एटीएम कार्ड, 3.40 लाख रुपये नकद व हथियार बरामद
मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना के पानापुर ओपी क्षेत्र में पुलिस की टीम ने छापेमारी कर एटीएम फ्रॉड गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया। 3.40 लाख रुपये नकद तीन देसी पिस्तौल चार कारतूस स्वीप मशीन 16 फर्जी एटीएम कार्ड पांच मोबाइल व सात बाइक बरामद।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मीनापुर थाना के पानापुर ओपी क्षेत्र से एटीएम फ्रॉड गिरोह के पांच बदमाशों को पुलिस की विशेष टीम ने गिरफ्तार किया है। एसएसपी जयंतकांत के निर्देश पर विशेष अभियान के तहत की यह सफलता मिली। गिरफ्तार बदमाशों में मीनापुर पानापुर ओपी के बाड़ाभरती गांव के विशाल कुमार, दीपक कुमार,हीरालाल साहनी, शेखर कुमार और सिवाईपट्टी थाना क्षेत्र के बनघरा निवासी आयुष कुमार शामिल है। इसके पास से तीन कट्टा, चार कारतूस,18 एटीएम कार्ड, एक एटीएम क्लोनिंग मशीन, सात बाइक, पांच मोबाइल, 20 पुडिय़ा स्मैक और तीन लाख 40 हजार रुपये बरामद किए गए। विशाल और दीपक का आपराधिक इतिहास रहा है। दोनों ब्रह्मपुरा और पानापुर ओपी से आम्र्स एक्ट में जेल जा चुका है। बदमाशों की पंकज सहनी के गिरोह से जुड़ाव होने के बिन्दु को लेकर जांच की जा रही है। इसकी जानकारी सिटी एसपी राजेश कुमार ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी।
सिटी एसपी राजेश कुमार ने बताया कि पानापुर ओपी क्षेत्र में एटीएम फ्रॉड गिरोह के शातिरों के सक्रिय होने की सूचना पर ओपी प्रभारी अरविंद पासवान के नेतृत्व में विशेष टीम ने एक एटीएम के निकट से सभी को गिरफ्तार किया। ये बदमाश एटीएम से पैसा निकालने पहुंचे अनपढ़, महिला , बुजुर्ग और बच्चों को मदद करने के बहाने उसका एटीएम कार्ड स्वैप कर लेता था। फिर उसका क्लोन तैयार कर ब्लैंक कार्ड में सारा डाटा फीड कर लेता है। उसके बाद ग्राहक के खाते से रुपये उड़ा लेता है। बदमाशों के पास यह मशीन कहां से आई इसका पता लगाया जा रहा है।
पंकज सहनी की गिरफ्तारी अब भी चुनौती
एटीएम फ्रॉड गिरोह का सरगना पानपुर ओपी के मधुबन कांटी गांव के पंकज सहनी की गिरफ्तारी अब भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। जून में उसका भाई पप्पू सहनी समेत छह बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके पास से 13 लाख रुपये, कारबाइन एटीएम कार्ड, क्लोनिंग मशीन बरामद हुई थी। चतुर्भुज स्थान मोहल्ला में पंकज के प्रेमिका के घर में छुपे होने की सूचना पर छापेमारी की गई थी, हालांकि वह छापेमारी से पहले ही फरार हो गया था।