इमलीचट्टी में ट्रैवल एजेंसी के संचालक को मारी गोली, सीसीटीवी फुटेज में बदमाशों की करतूत कैद
पेट और हाथ में चार गोली लगने से गंभीर रूप से घायल संचालक अस्पताल में भर्ती। बाइक सवार दो अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम अन्य कर रहे थे रेकी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के इमलीचट्टी जिला परिषद मार्केट में ट्रैवल एजेंसी के संचालक को बुधवार की सुबह अपराधियों ने गोली मार दी। उन्हें चार गोली लगी है। तीन गोली पेट में और एक गोली संचालक सोनू ठाकुर उर्फ निशांत के हाथ में लगी है। गोली लगने के बावजूद वे कार्यालय से बाहर निकलकर अपराधियों के पीछे भागे। लेकिन, उसका साथी पहले से बाइक स्टार्ट कर जिला परिषद मार्केट के बाहर रुका हुआ था।
गोली मारने वाला अपराधी बाइक पर सवार होकर फायरिंग करते हुए स्टेशन रोड की तरफ भाग निकला। उसके साथ इस घटना में अन्य अपराधी भी शामिल थे, जो रेकी कर रहे थे। संचालक कार्यालय से बाहर निकले और शोर मचाते हुए जमीन पर गिर गए। आसपास के काफी लोग जुट गए। स्थानीय चाय दुकानदार समेत अन्य लोगों ने घायल को ऑटो में लादकर बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन, वहां चिकित्सक के नहीं रहने पर इलाज में देरी हुई। इसके कारण गुस्से में आकर परिजन ने हंगामा करना शुरू कर दिया। ब्रह्मपुरा थानेदार ने चिकित्सक को कॉल कर फौरन अस्पताल बुलाया। इसके बाद इलाज शुरू हुआ।
मौके पर पहुंचे एसएसपी ने की जांच, मिले चार खोखे
सूचना पर एसएसपी मनोज कुमार, सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह के साथ नगर व काजी मोहम्मदपुर थानेदार भी मौके पर पहुंचे। कार्यालय के भीतर छानबीन की। वहां से चार खोखे बरामद हुए। कुर्सी गिरी हुई थी। कार्यालय के भीतर और बाहर खून के धब्बे थे। पड़ोस के एक होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में बदमाश का करतूत कैद है। पुलिस ने वीडियो फुटेज भी खंगाला। इसके बाद सिटी एसपी ने अस्पताल पहुंचकर घायल का जायजा लिया।
कार्यालय खोलते ही ग्राहक बनकर पहुंचा अपराधी
बुधवार सुबह करीब 7.15 बजे सोनू ने कार्यालय खोली थी। पांच मिनट बाद एक युवक ग्राहक बनकर वहां पहुंचा और टिकट के बारे में पूछताछ करने लगा। उसने उजली शर्ट, कॉटन जींस और जूता पहना था। पीठ कर एक बैग भी लटका रखा था। कुछ देर बाद युवक ने कहा कि वह अपने साथी को बुलाकर आता है। बाहर निकलकर बाइक लगाकर खड़े अपने साथी के पास गया। कमर से पिस्टल निकाली और कॉक करने के बाद दोबारा अकेले ही कार्यालय में पहुंचा। भीतर घुसते ही संचालक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जान बचाने के लिए वे काउंटर के नीचे छिप गए। फिर भी उन्हें चार गोलियां लगीं।
रेलवे कर्मी से विवाद की बात आई सामने
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि संचालक का एक रेलवे कर्मी से विवाद चल रहा है। चार लाख रुपये के लेनदेन को लेकर दोनों के बीच कई साल से विवाद चल रहा है। उक्त रेलवे कर्मी के यहां एक बार निगरानी का छापा भी पड़ा था। लेकिन, कोई साक्ष्य नहीं मिला था। रेलवे कर्मी इसका आरोप संचालक पर लगा रहा था। इसे लेकर उसने संचालक को देख लेने की धमकी भी दी थी। इस विवाद के बारे में पुलिस को पता लगा है। इस बिंदु पर छानबीन की जा रही है। हालांकि, परिजन इससे इन्कार कर रहे हैं। परिजन के तरफ से घटना का अब तक कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है। मामले की गुत्थी सुलझाने को लेकर पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर अपराधियों की गिरफ्तारी में जुटी है।
घटना के संबंध में एसएसपी मनोज कुमार ने कहा कि प्रारंभिक जांच में कई तरह की बातें सामने आई हैं। सभी बिंदुओं पर विशेष टीम छानबीन कर रही है। घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही घटना का उद्भेदन कर लिया जाएगा।
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