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बालिका गृह यौन शोषण: आरोपित की पत्‍नी को महंगा पड़ा लड़कियों की पहचान बताना, FIR दर्ज

मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन हिंसा कांड में एक आरोपित की पत्‍नी को लड़कियों की पहचान उजागर करना महंगा पड़ गया। इसपर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 08:57 AM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 10:26 PM (IST)
बालिका गृह यौन शोषण: आरोपित की पत्‍नी को महंगा पड़ा लड़कियों की पहचान बताना, FIR दर्ज
बालिका गृह यौन शोषण: आरोपित की पत्‍नी को महंगा पड़ा लड़कियों की पहचान बताना, FIR दर्ज

मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। बालिका गृह यौन उत्पीडऩ प्रकरण में पीडि़त लड़कियों की पहचान व फोटो वायरल करने के मामले में जेल में बंद निलंबित बाल संरक्षण पदाधिकारी (सीपीओ) रवि रोशन की पत्नी शिभा कुमारी पर महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। केस दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है। शिभा कुमारी ने ही तत्‍कालीन समाज कल्‍याण मंत्री मंजू वर्मा के पति के बालिका गृह जाने की बात कह बवाल खड़ कर दिया था। इसके बाद के घटनाक्रम में मंत्री मंजू वर्मा को पद से इस्तीफा देना पड़ा।

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बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट ने पीडि़ताओं की पहचान वायरल करने के मामले में संज्ञान लेकर बिहार सरकार से जवाब-तलब किया था। कोर्ट के आदेश के बाद मुख्यालय के आदेश पर महिला थाने की पुलिस ने अपने बयान पर केस दर्ज किया है।

बता दें कि बाल संरक्षण पदाधिकारी रवि रोशन बालिका गृह प्रकरण में जेल में बंद हैं। पति के जेल भेजे जाने के बाद से ही बचाव में उसकी पत्नी तरह-तरह का बयान दे रही थी। इसी दौरान उसने पीडि़त लड़कियों की पहचान भी उजागर कर दी थी। पति को निर्दोष बताते हुए अधिकारियों को आवेदन दिया था जिसमें पीडि़ताओं के नाम व पते का उल्लेख था। इतना ही नहीं इस आवेदन को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया था।
शिभा ने लगाए थे ये आरोप
शिभा कुमारी ने सवाल किया था कि मंजू वर्मा के पति बालिका गृह में सभी को नीचे छोड़ ऊपर क्‍यों जाते थे? उनकी भूमिका संदिग्ध रही है। बालिका गृह की लड़कियां उन्‍हें नेताजी के नाम से पुकारतीं थीं। पीड़ित लड़कियों से लेकर बालिका गृह के कर्मियों तथा खुद उनके पति ने भी कुछ माह पहले उन्‍हें इसकी जानकारी दी थी।
उसने आरोप लगाया था कि पूरे मामले में समाज कल्याण विभाग के पटना स्तर के कई वरीय अधिकारी व कई सफेदपोश शामिल हैं। पुलिस संस्‍था 'सेवा संकल्प' के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष व क्लर्क को बचाने की कोशिश कर रही है। राजेश रौशन, जो आरोपित ब्रजेश ठाकुर का कर्ताधर्ता है, उसे बचाने के लिए पुलिस ने उसके पति रवि कुमार रौशन को फंसाया है। इसके लिए लाखों रुपये खर्च किए गए हैं।
कहा: लड़कियों के बयान पर पुलिस नहीं दे रही ध्‍यान
उसने कहा, पुलिस के दिये बयान में लड़कियां बार-बार एक नेताजी के आने की बात कह रहीं हैं। लड़कियों के सामने मंत्री के पति को लाकर पहचान करायी जाए। इससे हकीकत सामने आ जाएगी।
मंत्री मंजू वर्मा ने कही थी ये बात
गिरफ्तार अारोपित की पत्‍नी के इस बयान पर तत्‍कालीन मंत्री मंजू वर्मा ने कहा था कि वे एक बार पति के साथ वहां गईं थीं। लेकिन, उसके बाद पति वहां कभी नहीं गए। उनके पति का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।


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