Move to Jagran APP

अनुदान नहीं मिलने पर वित्त रहित शिक्षकों ने कुलसचिव कोे सौंपा ज्ञापन, बोले- अब चुप नहीं बैठेंगे

अनुदान नहीं मिलने पर आंदोलन के मूड में है वित्त रहित शिक्षक। शनिवार को कुलसचिव से मिलकर ज्ञापन सौंपा। बोले- अब चुप नहीं बैठेंगे।

By Murari KumarEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 10:44 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 10:44 PM (IST)
अनुदान नहीं मिलने पर वित्त रहित शिक्षकों ने कुलसचिव कोे सौंपा ज्ञापन, बोले- अब चुप नहीं बैठेंगे
अनुदान नहीं मिलने पर वित्त रहित शिक्षकों ने कुलसचिव कोे सौंपा ज्ञापन, बोले- अब चुप नहीं बैठेंगे

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। वित्त रहित कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों को पिछले आठ वर्षों से अनुदान की राशि नहीं मिली है। अब वे भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। इससे अब शिक्षकों और कर्मचारियों की नाराजगी बढ़ रही है। शनिवार को बिहार राज्य संबंध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर पीके शाही के नेतृत्व में 8 सूत्री मांगों को लेकर शिक्षकों ने कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा।

loksabha election banner

 कहा कि 15 दिनों के अंदर हमारी मांगे पूरी होती हैं तो शिक्षक जोरदार आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इसके लिए सरकार ही जिम्मेदार होगी। कहा कि आठ वर्ष से बकाए अनुदान की राशि का जल्द भुगतान, पिछली परीक्षाओं के कॉपी के मूल्यांकन में परीक्षकों से 30 कॉपी की जगह जबरन 50 से 60 कॉपी देखने की बाध्यता की उच्च स्तरीय जांच, कंप्यूटराइज्ड टेबुलेशन कार्य में धांधली की जांच, सामान्य अध्ययन के प्रश्नावली में वस्तुनिष्ठ प्रश्न की जगह सब्जेक्टिव प्रश्नों का समावेश और विश्वविद्यालय द्वारा अस्थाई संबद्धता प्राप्त कॉलेजों की सूची अविलंब सरकार को भेजने समेत आठ सूत्री मांगपत्र सौंपा गया। इस दौरान शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल में डॉ.दिनेश मिश्रा, डॉ.रवि, डॉ.शशांक शेखर, डॉ.सुनील कुमार, डॉ.उमेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ.रणविजय, डॉ.विपिन कुमार, डॉ.धीरेंद्र कुमार सिंह, एवं डॉ ललित किशोर उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.